Jyeshtha Purnima हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है. यह साल में एक बार ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को आता है. इस वर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा आज यानी 22 जून 2024 को मनाई जा रही है. यह पवित्र दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है. ज्योतिष शास्त्र में ज्येष्ठ पूर्णिमा को मोक्ष प्राप्ति का द्वार माना जाता है. इस दिन किए गए दान, स्नान और पूजा-पाठ अत्यंत फलदायी होते हैं. इसके अलावा के दिन व्रत, स्नान-दान करने से कुंडली के चंद्र दोष दूर होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं Jyeshtha PurnimaJyeshtha Purnima के दिन किए जाने वाले खास उपाय जो आपके जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं.
1. चंद्रमा को अर्घ्य
Jyeshtha Purnima के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. इस दिन एक लोटे में जल, दूध, सफेद चंदन, अक्षत और कुछ फूल मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें. चंद्र मंत्र का जाप करते हुए अर्घ्य देने से मन शांत होता है और चंद्र संबंधी दोष दूर होते हैं.
2. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इनकी विधिवत पूजा करने से धन-धान्य की वृद्धि होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. आप घर में ही इनकी प्रतिमा स्थापित करके पूजा कर सकते हैं.
3. वट वृक्ष की पूजा
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन वट वृक्ष की पूजा करना भी बहुत ही शुभ होता है. इस दिन वट वृक्ष को जल, दूध, घी और शहद अर्पित करें. वट वृक्ष को कलावा बांधकर उसकी परिक्रमा करें. वट वृक्ष की पूजा करने से कुंडली में ग्रहों के दोष दूर होते हैं और पितृ प्रसन्न होते हैं.
4. दान-पुण्य
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य करना अत्यंत लाभकारी होता है. इस दिन आप अपनी क्षमता अनुसार गरीबों, ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को दान दे सकते हैं. दान करने से पुण्य प्राप्त होता है और ग्रहों की दशा में सुधार होता है.
5. गुरु पूजन
ज्येष्ठ पूर्णिमा को गुरु पूजन का भी विशेष महत्व है. इस दिन अपने गुरु की पूजा करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें. यदि आपके गुरु नहीं हैं, तो आप किसी संत-महात्मा की पूजा कर सकते हैं. गुरु पूजन करने से ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है.