शाम के समय करें ये उपाय, पितर होंगे प्रसन्न तो मिलेगा पितरों का आशीर्वाद
हिंदू धर्म में श्राद्ध का काफी महत्व है. इस साल 20 सितंबर से श्राद्ध या पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है
Pitru Paksha 2021: हिंदू धर्म में श्राद्ध का काफी महत्व है. इस साल 20 सितंबर से श्राद्ध या पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है. पितृ पक्ष में पितरों की आत्मा की संतुष्टि के लिए श्राद्ध और तर्पण किया जाता है, जिससे पितर प्रसन्न होकर अपनी संतान को आर्शीवाद देते हैं. हिंदू धर्म में श्राद्ध को जरूरी माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि अगर मरने के बाद व्यक्ति का श्राद्ध न किया जाए, तो मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति नहीं मिलती. हमारे पितृ कई प्रकार के होते हैं. एक जिन्हें मरने के बाद दूसरा जन्म मिल जाता है और बहुतों ने पितृलोक में स्थान प्राप्त कर लिया. जो पितर पितृलोक में स्थान प्राप्त कर चुके हैं वो हर साल पितृ पक्ष में अपने वंशजों को देखने आते हैं. और उस वक्त वे उन्हें आर्शीवाद या श्राप देकर चले जाते हैं. ऐसे में पितरों का आर्शीवाद पाने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए इन उपायों को ध्यान रखना जरूरी है.