आज गुरुवार को करे ये आसान उपाय, मां लक्ष्‍मी होंगी आप पर मेहरबान

गुरुवार का दिन संसार के पालनकर्ता भगवान विष्‍णु को समर्पित है. इस दिन भगवान‍ विष्‍णु की पूजा करने से मां लक्ष्‍मी भी प्रसन्‍न होती हैं. भगवान विष्‍णु और मां लक्ष्‍मी की कृपा से जीवन की हर कमी दूर हो जाती है.

Update: 2022-04-21 03:16 GMT

गुरुवार का दिन संसार के पालनकर्ता भगवान विष्‍णु को समर्पित है. इस दिन भगवान‍ विष्‍णु की पूजा करने से मां लक्ष्‍मी भी प्रसन्‍न होती हैं. भगवान विष्‍णु और मां लक्ष्‍मी की कृपा से जीवन की हर कमी दूर हो जाती है. साथ ही सारे दुख-दर्द खत्‍म हो जाते हैं. मां लक्ष्‍मी की कृपा से अपार पैसा और सुख मिलता है. हिंदू धर्म और ज्‍योतिष में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिन्‍हें गुरुवार के दिन करने से किस्‍मत के बंद ताले भी खुल सकते हैं.

गुरुवार के कारगर उपाय

गुरुवार को किए गए ये उपाय न केवल भगवान विष्‍णु-मां लक्ष्‍मी का आशीर्वाद दिलाते हैं, बल्कि कुंडली में गुरु ग्रह को भी मजबूत करते हैं. गुरु ग्रह वैवाहिक जीवन, भाग्‍य का कारक ग्रह है.

गुरु की सुबह जल्‍दी स्‍नान करके भगवान विष्‍णु और मां लक्ष्‍मी की एक साथ पूजा करें, ऐसा करने से पति-पत्‍नी के बीच कभी दूरी नहीं आती है. वे हमेशा खुशहाल दांपत्‍य का आनंद लेते हैं. मां लक्ष्‍मी की कृपा से खूब धन मिलता है.

गुरुवार को केसर, पीले चंदन या फिर हल्दी का दान करें. यदि दान न कर पाएं तो इसका अपने माथे पर तिलक लगाएं. इससे कुंडली में गुरु मजबूत होकर शुभ फल देने लगता है.

गुरु ग्रह संबंधी दोष को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन स्‍नान करने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करें. साथ ही स्‍नान करते समय 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें.

गुरुवार के दिन हो सके तो पीले रंग के कपड़े पहनें.

गुरुवार का व्रत रखें और केले के पौधे को जल चढ़ाएं. इससे शादी में आ रही रुकावटें दूर होंगी. वहीं विवाहित लोग यदि ये व्रत करते हैं तो इससे उनके दांपत्‍य जीवन में कभी कोई समस्‍या नहीं आती है. इस दिन सत्यनारायण की व्रत कथा भी जरूर सुनें या पढ़े.

भगवान विष्‍णु की पूजा करते समय उनके सामने घी का दीया जलाएं, उन्‍हें पीले रंग के फूलों के साथ तुलसी दल अर्पित करें.

गुरुवार की सुबह चने की दाल और थोड़ा-सा गुड़ घर के मुख्य द्वार पर रख दें. ऐसा करना घर में सुख-समृद्धि लाता है. बाद में इसे गाय को खिला दें.

कोई भी व्रत या अनुष्‍ठान बिना दान के पूरा नहीं होता है. गुरुवार के दिन भी अपनी सामर्थ्‍य के अनुसार ब्राह्मणों को पीले रंग की वस्तुएं जैसे- चने की दाल, फल आदि दान करें.

हमेशा याद रखें कि गुरुवार के दिन न तो किसी को उधार दें और न हीं किसी से उधार लें. इससे कुंडली में गुरु निर्बल होता है और जातक आर्थिक तंगी झेलता है.

गुरुवार के दिन कुछ मंत्रों का जाप करना भी जीवन में खूब धन-संपदा देगा. ये मंत्र हैं - ॐ बृं बृहस्पतये नम:, ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:, ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:, ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:, ॐ गुं गुरवे नम:.


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