शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें ये ज्योतिष उपाय
शनि देव (Shani Dev) को न्याय के देवता या धर्मराज कहा जाता है. शनि देव बिना किसी भेद-भाव, ऊंच-नीच के हर व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए कर्मों का फल देकर न्याय करते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शनि देव (Shani Dev) को न्याय के देवता या धर्मराज कहा जाता है. शनि देव बिना किसी भेद-भाव, ऊंच-नीच के हर व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए कर्मों का फल देकर न्याय करते हैं. पृथ्वी पर हर मनुष्य (Human) के जीवन में शनि की दशा ज़रूर आती है. शनि देव हर 30 साल में अलग-अलग राशियों से होते हुए वापस उसी राशि (Rashi) में आ जाते हैं. जहां से वे चले थे. जब किसी राशि में शनि की साढ़े साती शुरु होती है तो उस समय शनि पिछले 30 सालों में किए गए कर्मों का फल देते हैं. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि शनि देव सिर्फ दण्ड देते हैं. यदि व्यक्ति के कर्म अच्छे हों तो शनि देव की कृपा से वह व्यक्ति जीवन की ऊंचाइयों को छूता है, लेकिन यदि व्यक्ति के कर्म खराब हों तो तब शनि की ढैय्या या साढ़े साती के दौरान उसे बहुत कठोर संघर्ष करना पड़ता है. कई बार तो शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है.