पद्मिनी एकादशी, हिंदू कैलेंडर में एक शुभ दिन है. इसे धार्मिक शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का दिन माना जाता है. इस दिन लोग उपवास करते हैं और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान करते हैं ताकि उन्हें आशीर्वाद मिले और पापों से मुक्ति प्राप्त हो. पद्मिनी एकादशी के दिन कई लोग व्रत रखते हैं, और कुछ विशेष कार्य भी करते हैं जो उन्हें इस जन्म के पापों से मुक्ति दिलाते हैं. इस दिन आपको क्या करना चाहिए ऐसे 10 उपायों के बारे में हम आपको बता रहे हैं, साथ ही पद्मिनी एकादशी की कहानी भी जानें. अधिकमास में आने वाली इस पद्मिनी एकादशी व्रत की महत्त्वता सभी वैवाहिक, संतानहीन और संतानवान और व्यापार वृद्धि, लंबी आयु के लिए जानना जरुरी है.
पद्मिनी एकादशी को जरुर करें ये 10 काम
1. एकादशी व्रत: इस दिन सख्त उपवास करें, अनाज, दाल और कुछ सब्जियों से बचें। आप फल, दूध, नट्स और अन्य उपवास-संबंधित आहार खा सकते हैं.
2. पूजा और मंत्र जाप: भगवान विष्णु की पूजा करें और भक्ति भाव से प्रार्थना करें। विष्णु सहस्रनामा या किसी अन्य विष्णु मंत्रों का जाप करें.
3. ध्यान: ध्यान में समय बिताएं ताकि आध्यात्मिक जागरूकता और आंतरिक शांति में सुधार हो.
4. दान: गरीबों को खाना, कपड़े या धन दान करें, या फिर किसी मंदिर को दान दें.
5. पवित्र पाठ: भगवद गीता या रामायण जैसे पवित्र ग्रंथों को पढ़ें या सुनें.
6. नकारात्मक गतिविधियों से बचें: झूठ बोलने, गप्प मारने, या किसी भी हानिकारक कार्य से बचें.
7. विष्णु मंदिर यात्रा: यदि संभव हो तो विष्णु के मंदिर में जाएं और इस दिन किए जाने वाले विशेष अनुष्ठानों में भाग लें.
8. तुलसी पूजा: भगवान विष्णु के अधीन माने जाने वाले पवित्र बसिल (तुलसी) पौधे को विशेष प्रार्थना और पानी से चढ़ावा दें.
9. हवन या यज्ञ: उचित मंत्रों और अहुतियों के साथ छोटे हवन या अग्नि रितुअल का आयोजन करें.
10. क्षमा मांगें: अपनी गलतियों का आत्मविचार करें और दूसरों से और ईश्वर से क्षमा मांगें.
पद्मिनी एकादशी की कहानी (
एक बार की बात है, समय बहुत पुराना था और भगवान विष्णु ने मृत्यु देवता यमराज के साथ एक विवाद किया. विवाद का विषय था कि कौन बेहतर और श्रेष्ठ है - जीवन या मृत्यु? विष्णु ने कहा कि जीवन ही सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि जीवित रहने से ही व्यक्ति अपने कर्मों के द्वारा आत्मा को शुद्ध करके मोक्ष को प्राप्त कर सकता है.
यमराज ने भगवान विष्णु के वचन को समझते हुए कहा कि तो अब तक लोग अपने पापों को धोने और अच्छे कर्म करने के लिए कई उपाय अपनाते आए हैं, परंतु वह एक उपाय नहीं है जिसे माना जाता है सबसे श्रेष्ठ और पुण्यकारी। वह उपाय है "पद्मिनी एकादशी" का उपवास. जो व्यक्ति श्रद्धा भाव से पद्मिनी एकादशी का व्रत करता है, वह अपने पापों से मुक्ति प्राप्त करता है और भगवान विष्णु के आशीर्वाद से धरती पर सुख शांति का संचार होता है.
इस प्रकार, पद्मिनी एकादशी व्रत का महत्व और फल समझाया गया. यह व्रत धर्मिक और आध्यात्मिक उन्नति का संकेत करता है और भगवान विष्णु के आशीर्वाद से व्यक्ति अपने जीवन को सफलता और सुख-शांति से भर देता है.
तो आप 29 जुलाई 2023 को सावन में आने वाली इस पद्मिनी एकादशी का व्रत रख रहे हैं या नहीं भी रख रहे तो भी ये उपाय करने से आपको लाभ मिलेगा. ये सारी जानकारी ज्योतिष्शास्त्र के सिद्धांतों पर आधारित है न्यूज़ नेशन इसी पुष्टि नहीं करता.