हिंदू धर्म में साल के 15 दिन पूर्वजों को समर्पित होते है जिसे पितृपक्ष के नाम से जाना जाता है इस दौरान लोग अपने मृत परिजनों को याद कर उनका श्राद्ध तर्पण और पिंडदान करते है माना जाता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है। पितृपक्ष के दिनों को पितृदोष निवारण हेतु श्रेष्ठ माना गया है।
मान्यता है कि इस दौरान पूर्वज स्वर्ग लोक से धरती पर आते है और अपने वंशजों द्वारा श्राद्ध तर्पण और पिंडदान पाकर प्रसन्न हो जाते है और वंशजों को सुख समृद्धि व तरक्की का आशीर्वाद प्रदान करते है। ज्योतिष अनुसार पितृपक्ष के दिनों में अगर कुछ विशेष उपायों को किया जाए तो व्यक्ति के कम समय में धनवान बनने की इच्छा पूरी हो सकती है तो आज हम आपको पितृपक्ष में किए जाने वाले उपाय बता रहे हैं।
पितृपक्ष में करें ये आसान टोटका—
अगर आप खूब धन संपत्ति पाना चाहते हैं तो ऐसे में पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों की मृत्यु तिथि के दिन तर्पण श्राद्ध जरूर करें इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं फिर किसी गरीब को चांदी को कोई चीज़ दान कर दें। माना जाता है कि ऐसा करने से सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है परिवार में सुख शांति बनी रहती है साथ ही चंद्र दोष भी दूर हो जाता है।
इसके अलावा पितृपक्ष के दिनों में अगर सोने का दान किया जाए तो कुंडली का गुरु दोष दूर हो जाता हैं। इसके अलावा पितृपक्ष के आखिरी दिन यानी की सर्व पितृ अमावस्या पर पितरों को चांदी के बर्तन में खीर का भोग लगाएं। चांदी के बर्तन में खीर पूड़ी परोसकर अर्पित करने से घर में सुख समृद्धि आती है साथ ही आर्थिक परेशानियां सदा के लिए दूर हो जाती है और अकूत धन संपत्ति की प्राप्ति होती है।