Bholenath के लिए भोग बनाते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां

Update: 2024-07-25 10:02 GMT
सावन स्पेशल 2024: सावन का महीना शुरू होते ही भोलेबाबा के भक्तों का उत्साह भी बढ़ जाता है। हर जगह बम-बम भोले के जयकारे और आरती की आवाज सुनाई देने लगती है। इस पावन महीने में शिवजी के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा और उपवास रखते हैं। इतना ही नहीं इस दौरान भगवान शिव को उनके पसंदीदा भोग का प्रसाद भी लगाया जाता है। जिसे बनाते समय व्रत से जुड़े कुछ नियमों का पालन भी करना होता है। आइए जानते हैं सावन व्रत के दौरान 
Bholenath 
 के लिए भोग बनाते समय कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए।
सावन व्रत में भोग बनाते समय ना करें ये गलतियां-
लहसुन और प्याज को रखें दूर-
सावन के व्रत का पहला नियम यह है कि भगवान शिव का प्रसाद बनाने के लिए सिर्फ सात्विक और शुद्ध चीजों का ही उपयोग किया जाता है। प्याज और लहसुन को तामसिक भोजन माना जाता है, इसलिए भोग तैयार करते समय इन दोनों चीजों का यूज करने से बचना चाहिए।
मांस-मछली-
शिवजी का भोग तैयार करते समय रसोई घर में मांस-मछली नहीं पकाना चाहिए। प्याज और लहसुन की तरह इन्हें भी तामसिक भोजन माना जाता है।
नमक-
भगवान शिव के व्रत में नमक का सेवन नहीं किया जाता है। इसलिए उनका भोग तैयार करने के लिए भी नमकीन चीज से परहेज करें। भोलेबाबा को भोग लगाने के लिए आप साबूदाना या सूजी की खीर, हलवा या फिर घर पर ही कोई मिठाई तैयार कर सकते हैं।
बासी भोजन-
भूल से भी भगवान शिव को बासी चीजों का भोग नहीं लगाना चाहिए। बासी चीजें भगवान को अर्पित करना बेहद अशुभ माना जाता है।
फर्मेंटेड फूड-
शिवजी के भोग में किसी तरह के fermented food का उपयोग नहीं किया जाता है। दरअसल, फर्मेंटेड फूड, ऐसे फूड्स होते हैं जिन्हें तैयार करने के लिए खमीर की प्रक्रिया का सहारा लिया जाता है। इस तरह के भोजन में खमीर उठने से उनका स्वाद थोड़ा खट्टा हो जाता है और शिवजी के भोग में मीठी चीजों का प्रसाद बनाकर चढ़ाया जाता है।
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