इन 4 कामों को न छोड़े अधूरा वर्ना बढ़ सकती हैं मुश्किलें, जानिए

गरुड़ पुराण के आचारकांड में नीतिसार अध्याय में लाइफ मैनेजमेंट से जुड़ी तमाम बातें बताई गई हैं. आप भी इन्हें जीवन में उतारकर तमाम समस्याओं को आने से रोक सकते हैं. जानिए वो कौन सी 4 काम हैं जिन्हें अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए.

Update: 2021-09-24 05:54 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | गरुड़ पुराण एक ऐसा महापुराण है, जिसमें जीवन और मृत्यु के तमाम रहस्यों को स्वयं नारायण ने उजागर किया है. कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने अपने वाहन गरुड़ की जिज्ञासा को शांत करते हुए उनके तमाम सवालों का विस्तारपूर्वक जवाब दिया था. उन्हीं सवाल और जवाबों का संक्षिप्त वर्णन गरुड़ पुराण में दिया गया है.

गरुड़ पुराण के आचारकांड में नीतिसार अध्याय है. इसमें सुखी जीवन के कई तरीके बताए गए हैं. इनको जीवन में उतारकर तमाम परेशानियों से बचा जा सकता है. यहां जानिए ऐसे 4 कामों के बारे में जिन्हें कभी भी बीच में नहीं छोड़ना चाहिए वर्ना ये मुसीबत की वजह बन सकते हैं.
इन 4 कामों को न छोड़े अधूरा
1- गरुड़ पुराण के अनुसार अगर आपने किसी से उधार लिया है, तो उसे जल्द से जल्द उतारने का प्रयास करना चाहिए. वर्ना इसका ब्याज बढ़ता जाता है और व्यक्ति के लिए इसे उतार पाना और भी मुश्किल हो जाता है. इसके अलावा यदि किसी परिचित से उधार लिया है, तो संबन्ध खराब हो जाते हैं. इसलिए कोशिश करें कि उधार लेने की आवश्यकता ही न पड़े और अगर लेना पड़े तो इसे जल्द ही पूरा उतारें.
2- अगर कोई व्यक्ति बीमार है तो उसका इलाज तब तक करवाइए, जब तक वो पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता. रोग को अगर जड़ से नहीं खत्म किया तो वो फिर से और गंभीर होकर लौट सकता है. इसलिए दवाओं को कभी बीच में न छोड़ें. इसके अलावा बीमारी खत्म होने के बाद भी सावधानी बरतनी चाहिए.
3- यदि कहीं आग लग गई है तो उसे पूरी तरह से बुझा दें. एक चिंगारी भी बचनी नहीं चाहिए क्योंकि कई बार जरा सी चिंगारी भीषण आग पैदा कर सकती है और सब कुछ खाक कर सकती है. इसकी वजह से आपकी जान भी जा सकती है.
4- अगर आपका कोई शत्रु है तो उसके साथ शत्रुता खत्म करने का मार्ग निकालिए. ऐसी व्यवस्था कीजिए कि वो चाहकर भी आपके अहित के बारे में न सोच पाए. यदि शत्रु को गंभीरता से नहीं लिया तो वो मौका मिलते ही आपको नुकसान पहुंचाएगा.


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