धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सावन का महीना सबसे पवित्र महीना माना जाता है. पूरे महीने भक्त शिवालय जाकर भोलेनाथ पर जलाभिषेक करते हैं. वहीं, इस महीने देवघर के बैद्यनाथ मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है. लोग सुल्तानगंज से जल लेकर 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके देवघर पहुंचते हैं और बैद्यनाथ पर जलाभिषेक करते हैं. 4 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है. भोलेनाथ की पूजा में साफ-सफाई और पवित्रता समेत कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. अन्यथा इच्छा अधूरी रह जाएगी.
सावन के महीने में कुछ काम वर्जित हैं. जैसे सावन में मांस-मछली खाना वर्जित है. लहसुन और प्याज भी नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा भूलकर भी शराब का सेवन न करें. सावन के महीने में दूध का सेवन भी नहीं करना चाहिए. क्योंकि भोलेनाथ पर दूध का अभिषेक किया जाता है. भक्तों को सकारात्मक विचारों के साथ पूजा करनी चाहिए. सावन के महीने में बड़ों का अनादर बिल्कुल भी न करें
इन उपायों से भोलेनाथ प्रसन्न होंगे (Sawan 2023)
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. भगवान भोलेनाथ का दुग्धाभिषेक करें. इसके साथ ही इस माह में जलाभिषेक का भी विशेष महत्व है. इसके साथ ही सावन माह में पंचाक्षर मंत्र का एक माला जाप करें. सावन के महीने में बेलपत्र पर राम का नाम लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं. इस सावन में 8 सोमवार पड़ रहे हैं.
सावन मास का महत्व
सावन का महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए यह महीना सबसे अच्छा महीना है. जो लोग पूरे साल सोमवार का व्रत रखना चाहते हैं, वे सावन के सोमवार से इसकी शुरुआत कर सकते हैं. सावन में प्रतिदिन भगवान शिव को जल चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. इसी कारण से सावन में कांवर यात्रा की जाती है.