गणेश उत्सव में भूलकर भी न करें ये काम, नहीं तो आप से नाराज हो सकते है गणपति बप्पा
विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता गणपति बप्पा हमारे घर आने वाले हैं। आज 10 सितंबर, दिन शुक्रवार को गणेश चतुर्थी के दिन से गणेश उत्सव शुरू हो रहा है।
विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता गणपति बप्पा हमारे घर आने वाले हैं। आज 10 सितंबर, दिन शुक्रवार को गणेश चतुर्थी के दिन से गणेश उत्सव शुरू हो रहा है। जो कि 19 सितंबर, अनंत चतुर्दशी के दिन तक मनाया जाएगा। पौराणिक मान्यता है कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ही भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए इस तिथि को गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन गणपति बप्पा के भक्त विधि-विधान से उनकी मूर्ति अपने घरों में स्थापित करते हैं। आने वाले 10 दिनों तक धूम-धाम से भगवान का पूजन करते हैं। लेकिन गणेश पूजन में हमें कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए,आइए जानते हैं उनके बारे में....
1-गणेश चतुर्थी के दिन गणेश पूजन के लिए भगवान गणेश की नई मूर्ति लाकर स्थापना करनी चाहिए। गणेश उत्सव पर पुरानी मूर्ति की पूजा नहीं की जाती है, ये अशुभ माना जाता है।
2- भगवान गणेश की पीठ में दरिद्रता का वास माना जाता है, इसलिए मूर्ति की स्थापना इस तरह से करनी चाहिए कि उनकी पीठ के दर्शन न हो।
3- गणेश पूजन में नीले और काले रंग के कपड़े ना पहने, भगवान गणेश को लाल और पीला रंग प्रिय है। पूजा करते समय लाल या पीले रंग के कपड़े पहना शुभ फलदायक होता है।
4- गणेश जी को पूजन में भूल कर भी तुलसी का दल नहीं चढ़ाना चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार तुलसी जी ने भगवान गणेश से विवाह से मना कर दिया था, इससे नाराज हो कर गणपति बप्पा ने उन्हें श्राप दे दिया था।
5- गणपति की स्थापना करने के बाद उन्हें अकेला न छोड़े, आठों पहर कोई न कोई उनके पास रहना चाहिए।
6- गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा का दर्शन नहीं करना चाहिए, वरना व्यक्ति कलंक का भागी बनता है।
7- गणेश पूजन में सात्विक भोजन ही करना चाहिए। इस दौरान मांस, मदिरा, मछली का सेवन भूलकर भी न करें।
8- गणेश उत्सव के दिनों में झूठ बोलना, चोरी करना और झगड़ना बिल्कुल भी नहीं चाहिए।ये काम करने से गणपति बप्पा के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।