मकर संक्रांति के दिन न करें ये काम करने की गलती, जरूर जान लें ये नियम
मकर संक्रांति के दिन जहां कुछ कामों को करना बेहद शुभ माना गया है तो वहीं कुछ कार्यों को वर्जित किया गया है. आइए जानते हैं इस दिन क्या करें और क्या न करें
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश कर चुके हैं. सूर्य के सभी राशि परिवर्तन में इस राशि परिवर्तन को सबसे अहम माना गया है. इसलिए सूर्य के मकर राशि में गोचर यानी कि मकर संक्रांति को खूब धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन स्नान-दान-पुण्य किए जाते हैं. ताकि साल भर सूर्य देव की कृपा बनी रहे. इसी समय सूर्य उत्तरायण भी होते हैं. मान्यता है कि सूर्य के उत्तरायण के समय किये गए पूजा-पाठ, जप और दान का फल अनंत गुना होकर मिलता है. मकर संक्रांति के दिन जहां कुछ कामों को करना बेहद शुभ माना गया है तो वहीं कुछ कार्यों को वर्जित किया गया है. आइए जानते हैं इस दिन क्या करें और क्या न करें.
मकर संक्रांति पर क्या करें
- कोरोना के कारण पवित्र नदियों में स्नान करना उचित नहीं है, इसलिए पवित्र नदियों के जल मिले पानी से घर पर ही स्नान करें. इससे भी स्नान का पूरा फल मिलता है.
- इस दिन दान जरूर दें. गरीब, जरूरतमंदों, साधु-संतों को दान करने से बहुत लाभ होता है.
- काले तिल, गुड़, खिचड़ी का सेवन जरूर करें. इससे सूर्य देव और शनि देव की कृपा मिलेगी.
क्या न करें
- मकर संक्रांति के दिन बिना स्नान किए कुछ न खाए.
- पूरे दिन लहसुन, प्याज और नॉनवेज का सेवन नहीं करें.
- शराब का सेवन भी गलती से भी न करें.
- मकर संक्रांति से पहले लोहड़ी पर नई फसल की बालियां अग्नि देव को अर्पित की जाती हैं. यह त्योहार नई फसल के आने की खुशी मनाने का पर्व है. लिहाजा मकर संक्रांति के दिन फसल न काटें.
- मकर संक्रांति के दिन किसी से झगड़ा न करें.
- गलती से भी इस दिन घर आए भिखारी को खाली हाथ न लौटाएं. अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान जरूर करें.
बना है दुर्लभ संयोग
यह मकर संक्रांति बेहद खास हैं क्योंकि 1993 के बाद पहली बार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते समय शनि वहां पहले से मौजूद हैं. इस तरह मकर संक्रांति पर सूर्य और शनि की शनि की ही राशि मकर में युति हो रहा है, जो कि ज्योतिष के लिहाज से बेहद दुर्लभ और महत्वपूर्ण संयोग है