मलमास में भूलकर भी ना करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां
तुलसी से जुड़ी ये गलतियां
हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र पौधों में से एक है तुलसी। इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप मानकर पूजा जाता है और इनकी पूजा से भक्तों को विशेष फलों की प्राप्ति होती है। जिस घर में यह पौधा होता है वहां हमेशा खुशहाली बनी रहती है। तुलसी के पौधे को घर के आंगन में सही ज्योतिष नियमों के अनुसार लगाया जाता है और उनकी पूजा व आरती नियमित रूप से करने की सलाह दी जाती है।
खासतौर पर मलमास में इसकी पूजा विधि-विधान से करने की सलाह दी जाती है। वहीं ऐसा भी माना जाता है कि यदि आप मालमास यानी कि अधिक मास में तुलसी के पौधे से जुड़ी कोई भी गलती करते हैं तो आपको आर्थिक नुकसान हो सकते हैं और समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें इसके बारे में विस्तार से।
मलमास में गलत दिशा में तुलसी का पौधा क्यों नहीं रखना चाहिए
मलमास के दौरान आपको तुलसी का पौधा (तुलसी के पौधे से मिलते हैं ये संकेत) भूलकर भी गलत दिशा में नहीं रखना चाहिए, इससे धन हानि हो सकती है। इसे उत्तर या पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए क्योंकि तुलसी के लिए ये दिशाएं शुभ नहीं मानी जाती हैं और इन दिशाओं में लगायी गई तुलसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
इसके साथ ही, आपको ध्यान में रखना है कि तुलसी का पौधा किसी अन्य पौधे के साथ नहीं लगाना चाहिए। जैसे कई बार हम जगह की कमी की वजह से एक ही गमले में किस अन्य पौधे के साथ तुलसी का पौधा भी लगा देते हैं, जो गलत है।
मलमास में तुलसी का सूखा पौधा घर में नहीं रखना चाहिए
ऐसा माना जाता है कि यदि आपके घर में तुलसी का पौधा सूखा हुआ लगा है, तो इसे तुरंत हटा देना ही ठीक होता है। कभी भी इस दौरान तुलसी का सूखा पौधा घर के भीतर नहीं होना चाहिए। ये वास्तु के अनुसार ठीक नहीं होता है और धन हानि का कारण बन सकता है।
हालांकि, ज्योतिष में ऐसा भी कहा जाता है कि इस दौरान आपको घर में नया तुलसी का पौधा लगाने से बचना चाहिए और पुराने तुलसी के पौधे की पूजा इस दौरान नहीं करनी चाहिए।
मलमास के दौरान तुलसी के पौधे का स्थान नहीं बदलना चाहिए
ज्योतिष में ऐसा कहा जाता है कि यदि आपके घर में कोई तुलसी का पौधा लगा हुआ है जिसकी आप नियमित पूजा करती हैं, तो आपको कभी भी इस पौधे को मलमास के दौरान किसी अन्य स्थान पर नहीं रखना चाहिए। इससे पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है और आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इस महीने तुलसी के पौधे की काट-छांट भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसे विष्णु प्रिया के रूप में पूजा जाता है और यदि मलमास के दौरान तुलसी के पौधे को नुकसान पहुंचाया जाता है तो भगवान विष्णु की पूजा का पूर्ण फल भी नहीं मिलता है।
मलमास में रात के समय तुलसी की पत्तियां नहीं तोड़नी चाहिए
ऐसा कहा जाता है कि यदि आप मलमास के दौरान रात के समय तुलसी का स्पर्श करते हैं, इसकी पत्तियां तोड़ते हैं या फिर इस पर जल चढ़ाते हैं, तो आपके लिए शुभ नहीं माना जाता है और पूजन का पूर्ण फल भी नहीं मिलता है।
यदि आप इस पूरे माह तुलसी की आरती नहीं करती हैं, तब भी आपके लिए शुभ नहीं होता है। यदि आप विष्णु जी को भोग अर्पित करते समय तुलसी की पत्तियां डालती हैं, तो ध्यान रखें कि इन पत्तियों को दिन में ही तोड़कर रख लेना चाहिए, जिससे रात के समय तुलसी का स्पर्श न करना पड़े।
यदि आप मलमास के दौरान तुलसी से जुड़ी कोई भी गलती करती हैं तो आपको पूजा का पूर्ण फल भी नहीं मिलता है और कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है ,इसलिए इन गलतियों से बचने की सलाह दी जाती है।
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