शिवरात्रि के दिन न करें ये महापाप, भोलेनाथ हो जाते है रुष्ठ
शिवजी बड़े भोले हैं अगर श्रद्धा से आप एक बार ऊं नम: शिवाय ही जप लें तो वह प्रसन्न हो जाते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: शिवजी बड़े भोले हैं अगर श्रद्धा से आप एक बार ऊं नम: शिवाय ही जप लें तो वह प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन हम इस आर्टिकल में आपको शिवपुराण में बताई गयी उन बातों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें महापाप की श्रेणी में रखा गया है। आइए जान लेते हैं ताकि आप शिवरात्रि के दिन भूलकर भी ये कार्य न करें…
इसे भी मानते हैं महापाप
किसी के लिए गलत करना ही नहीं बल्कि सोचना भी पाप होता है। अगर आप शिवरात्रि का व्रत-पूजन कर रहे हैं तो इस दिन इस बात का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि किसी के लिए बुरा करना ही नहीं बल्कि सोचना भी गलत होता है। सनातन धर्म की ऐसी मान्यता है कि किसी भी व्यक्ति के बारे में अपनी सोच में भी गलत भावनाएं नहीं लानी चाहिए।
यह विचार तो है महापाप जानें क्यों
यूं तो कभी भी दूसरों के पति या पत्नी पर बुरी नजर नहीं रखनी चाहिए। लेकिन शिवरात्रि के दिन ऐसा भूलकर भी नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करना या उसे पाने की इच्छा करना भी पाप होता है। इसके अलावा दूसरों का धन अपना बनाने की सोच रखना भी भगवान शिव की नजर में अपराध है।
ऐसा कतई न करें, शिवजी होंगे नाराज
शिवरात्रि के दिन भूलकर भी गुरु, माता-पिता, पत्नी या पूर्वजों का अपमान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा गुरु की पत्नी के साथ संबंध बनाना, शराब पीना और दान की हुई चीजें या धन वापस लेना भी महापाप माना गया है। इसलिए ऐसा करने से बचें। अन्यथा शिवजी कभी भी माफ नहीं करते।
इसे भी मानते हैं महापाप सतर्क हो जाएं
शिवरात्रि के दिन गलत तरीके से दूसरे की संपत्ति हड़पना, ब्राह्मण या मंदिर की चीजें चुराना या गलत तरीके से हथियाना भी पाप माना गया है। इसके अलावा सज्जन और सीधे-सादे लोगों को परेशान करना या नुकसान पहुंचाना भी महापाप की ही श्रेणी में आता है।