भूलकर भी न करें ये महापाप, मौत से बदतर हो जाती है जिंदगी, गरुड़ पुराण में है जिक्र

गरुड़ पुराण में जिंदगी और मौत से जुड़े तमाम पहलुओं के बारे में बताया गया है.

Update: 2021-10-30 02:11 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गरुड़ पुराण में जिंदगी और मौत (Life and Death) से जुड़े तमाम पहलुओं के बारे में बताया गया है. धर्म-शास्‍त्रों के मुताबिक गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में बताई गईं बातें भगवान विष्‍णु (Lord Vishnu) द्वारा कही गईं हैं, जिस तरह गीता में लिखी बातें भगवान श्रीकृष्‍ण के मुखारबिंद से निकली हैं.

गरुड़ पुराण के मुताबिक व्‍यक्ति अपने कर्मों (Karmas) के हिसाब से फल पाता है और यदि वह कोई ऐसा काम करे जो महापाप (Sins) हो तो वह न केवल जीते जी नर्क जैसी जिंदगी जीता है, बल्कि मरने के बाद भी नर्क में कष्‍ट-यातनाएं भोगता है. लिहाजा किसी भी इंसान को गरुड़ पुराण में बताए गए ये 6 महापाप (MahaPaap) गलती से भी नहीं करना चाहिए.
महापाप हैं ये काम
- वैसे तो किसी भी महिला का अपमान करना पाप है लेकिन गर्भवती स्‍त्री का अपमान करना या उसके साथ अनैतिक काम करना महापाप है. ऐसे लोगों की जिंदगी जीते जी ही नर्क बन जाती है.
- कोख में पल रहे बच्‍चे, गर्भवती महिला या नवजात बच्‍चे की हत्‍या करना भी महापाप है. ऐसे लोग नर्क में बहुत बुरी यातनाएं भोगते हैं.
- अपने करीबी संबंधी, मित्र की पत्‍नी के साथ अनैतिक काम करना भी महापाप की श्रेणी में आता है. इन लोगों को भी नर्क में बहुत कष्‍ट भोगने पड़ते हैं.
- बुजुर्ग, असहाय, विकलांगों का मजाक उड़ाने वाले, उन्‍हें कष्‍ट देने वाले या उनके साथ गलत काम करने वालों को भी नर्क में कठोर सजाएं भुगतनी पड़ती हैं. लिहाजा कभी भी ऐसे लोगों और विधवा महिला का अपमान न करें.
- किसी भी धर्म ग्रंथ, मंदिर या भगवान का अपमान करने वाला व्‍यक्ति नर्क में जगह पाता है. ये चीजें लोगों को अच्‍छा और उचित जीवन जीने का रास्‍ता दिखाती हैं. इनका अपमान करना कई पाप करने जैसा है.
- विकलांग या विधवा का धन लूटना भी महापाप है. ऐसा करने वाले लोग जिंदगी पर दुख-मुसीबतें झेलते हैं और मरने के बाद नर्क में जाते हैं.


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