धनतेरस पर भूल के भी न खरीदे ये वस्तुएं, होता है अशुभ
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाने वाले पर्व धनतेरस
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | जानें क्यों है इन वस्तुओं को खरीदना अशुभ- कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाने वाले पर्व धनतेरस पर कुछ नया खरीदने की परंपरा है। इस दिन विशेष रूप से पीतल व चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन जो कुछ भी खरीदा जाता है उसमें लाभ होता है। साथ ही धन-संपदा में भी वृद्धि होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन कुछ वस्तुओं को भूलकर भी नहीं खरीदना चाहिए अन्यथा अशुभ तो होता ही है। साथ ही माता लक्ष्मी भी रूठ जाती हैं।
इन धातुओं के बर्तन भूलकर भी न खरीदें
अमूमन धनतेरस के दिन लोग स्टील के बर्तन खरीदते हैं। जबकि मान्यता के अनुसार इस दिन स्टील के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए। क्योंकि स्टील धातु राहु की कारक हैं जो घर में लाना शुभ नहीं माना जाता। इस दिन प्राकृतिक धातुएं ही शुभ होती हैं जबकि स्टील मानव निर्मित धातु है। इसके अलावा एल्युमिनियम पर भी राहु का प्रभाव होता है। इसलिए इसे भी घर में लाना एवं सजाकर रखना अशुभ एवं दुर्भाग्य का सूचक माना जाता है। इसके अलावा इसमें खाना पकाना भी शुभ नहीं माना जाता।
इस धातु की चीजें तो भूलकर भी न लाएं
धनतेरस के दिन स्टील एवं एल्युमिनियम के अलावा लोहे की वस्तुएं भी नहीं खरीदनी चाहिए। क्योंकि लोहा शनि का कारक माना गया है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन इस धातु से बनी चीजें खरीदने से दुर्भाग्य आता है। इसके अलावा धनतेरस के दिन प्लास्टिक की वस्तुएं खरीदना भी अशुभ माना जाता है। इससे स्थायित्व और बरकत में कमी आती है।
इसे गलती से भी न खरीदें, बहुत नुकसान होता है
धनतेरस के दिन चीनी मिट्टी की बनी हुई वस्तुएं भी अशुभ मानी जाती है। मान्यता है कि इस धातु से बनी चीजें लंबे समय तक सुरक्षित एवं स्थाई नहीं होती अत: इनसे घर में बरकत कम होती है। इसके अलावा धनतेरस के दिन गलती से भी कांच या शीशे का बना सामान भी नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि शीशे का संबंध भी राहु से होता है, जो घर की शुभता में कमी करता है। इससे जातक को काफी नुकसान होता है।