Skanda Shashthi पर करें व्रत पूजा, भगवान कार्तिकेय की होगी कृपा

Update: 2024-07-09 11:31 GMT
Skanda Shashthi ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन स्कंद षष्ठी व्रत को बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर मनाया जाता है इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के छठे पुत्र कार्तिकेय की पूजा अर्चना की जाती है और उपवास भी रखा जाता है भगवान कार्तिकेय का नाम स्कंद है इसी अनुसार इस व्रत को स्कंद षष्ठी के नाम से जाना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्कंद षष्ठी के दिन उपवास करने से जीवन की सारी समस्याओं और बाधाओं का अंत हो जाता है और भगवान कार्तिकेय की कृपा से सुख समृद्धि सदा बनी रहती है पंचांग के अनुसार अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है और इस माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर स्कंद षष्ठी का व्रत पूजन किया जाएगा। तो आज हम आपको इसकी तारीख और मुहूर्त की जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
स्कंद षष्ठी की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की षष्ठी तिथि का आरंभ 11 जुलाई को सुबह 10 बजकर 3 मिनट पर हो जाएगा वही इसका समापन अगले दिन यानी की 12 जुलाई को दोपहर 12 बजकर 32 मिनट पर होगा। ऐसे में स्कंद षष्ठी का व्रत 11 जुलाई दिन गुरुवार को करना उत्तम रहेगा। इस दिन शिव पुत्र कार्तिकेय की विधिवत पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्कंद षष्ठी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद भगवान कार्तिकेय की विधिवत पूजा कर दिनभर उपवास करें भगवान को सभी पूजन सामग्री अर्पित कर भोग लगाएं इस दिन भगवान कार्तिकेय के मंत्र, चालीसा, आरती और स्तोत्र का पाठ करना उत्तम माना जाता है ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती है।
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