देवगुरु बृहस्पति 12 साल बाद हुए वक्री, इन 3 राशियों का होगा भाग्योदय

ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति की अवस्था का काफी महत्व है। गुरु ग्रह की चाल का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ता है। देवगुरु बृहस्पति 12 साल बाद अपनी स्वराशि मीन में वक्री हुए हैं।

Update: 2022-09-19 05:11 GMT

ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति की अवस्था का काफी महत्व है। गुरु ग्रह की चाल का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ता है। देवगुरु बृहस्पति 12 साल बाद अपनी स्वराशि मीन में वक्री हुए हैं। यानी गुरु ग्रह उल्टी चाल चल रहे हैं। वे 23 नवंबर तक इस राशि में वक्री हुए हैं। गुरु के वक्री होने का प्रभाव इन 3 राशियों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है। जानें किन राशियों को होगा लाभ-

वृषभ- गुरु ग्रह अपनी राशि से 11वें स्थान में वक्री हुए हैं। ज्योतिष शास्त्र में इस स्थान लाभ व आय का भाव कहा जाता है। आय के नए साधन खुलेंगे। व्यापारियों को मुनाफा होगा। वाहन या प्रॉपर्टी की खरीदारी के योग बनेंगे। सेहत अच्छी रहेगी।

मिथुन- मिथुन राशि वालों के लिए वक्री गुरु बेहद लाभकारी रहने वाले हैं। इस दौरान आपको नौकरी में अपार सफलता हासिल हो सकती है। मिथुन राशि के दशम भाव में गुरु ग्रह वक्री हुए हैं। गुरु ग्रह के प्रभाव से आपको नई नौकरी का ऑफर मिल सकता है।

कर्क- गुरु वक्री होने से आपको भाग्य का साथ मिलेगा। इस दौरान आपके अटके काम पूरे होंगे। यात्रा का लाभ मिलेगा। शिक्षा से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा। व्यापारियों को लाभ मिलेगा।


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