वास्‍तु दोष होने से बच्‍चों के हो सकते है खराब प्रदर्शन, इन बातों का रखें ध्‍यान

बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारियों में बच्‍चे जुटे हुए हैं.

Update: 2021-10-19 16:01 GMT

बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारियों में बच्‍चे जुटे हुए हैं. ऐसे में उन्‍हें पढाई के अलावा कुछ नहीं सूझ रहा है. बच्‍चे दिन रात मेहनत तो कर रहे हैं लेकिन कई बार उनकी एकाग्रता को लेकर समस्‍या आती है. ऐसे में अगर माता पिता वास्‍तु को अपनाएं और बच्‍चों की किताबों के रखरखाव पर थोड़ा ध्‍यान दें तो उनकी सफलता में आने वाली हर तरह की अड़चनों को दूर किया जा सकता है. जी हां, वास्‍तु (Vastu) विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि अगर हम अपनी किताबों (Books) के रखरखाव को लेकर थोड़ा सतर्क रहें तो उन्‍हें जीवन में हर कदम पर सफलता मिलती है. तो आइए जानते हैं कि विद्यार्थियों को किताबों का कैसे रख-रखाव करना चाहिए.

1.दिशा का रखें ध्‍यान
वास्तु शास्त्र के मुताबिक स्टडी रूम में किताबों को हमेशा पश्चिम या दक्षिण दिशा में ही रखना चाहिए. लेकिन जब वे उन्‍हें पढ़ें तो ध्‍यान रहे कि अपना चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में हो. ऐसा करने से उनकी एकाग्रता अच्‍छी रहती है.
2.व्‍यवस्थित रखें
अगर आपकी किताबें इधर-उधर फैली रहती हैं और स्टडी रूम में किताबें सही जगह पर नहीं रहतीं तो इससे नुकसान हो सकता है. इसलिए जब भी पढकर उठें तो किताबों को बुक सेल्फ में सम्‍हाल कर रख दें.
3.किताबों को खुली ना छोड़ें
वास्तु के अनुसार किताबों को अगर नहीं पढ रहे है तो उन्‍हें बंद कर रखें. पढ़ने के बाद किताबें अगर खुली छोड़ने की आदत है तो इससे आप सारा ज्ञान भूल सकते हैं.
4.सफाई रखें
किताबों वाले सेल्‍फ को हमेशा साफ सुथरा रखें. इन्‍हें धूल से बचाएं और दीमक लगने से बचाएं. ऐसा करने से नकारात्‍मक असर पड़ सकता है.
5.किताबों की संख्‍या
अगर आप जिस टेबल पर पढ़ रहे हैं उस पर बहुत सारी किताबों को लेकर बैठे हैं तो आपकी एकाग्रता कम हो सकती है.
6.दक्षिण में लैपटॉप
अगर आपके स्‍टडी रूप में लैपटॉप या कंप्‍यूटर है तो उसे हमेशा दक्षिण दिशा में ही रखें.
7.लेटकर ना पढ़ें
अगर आप किताबों को लेटकर पढ रहे हैं तो इसे वास्‍तु के अनुसार सही नही माना जाता है. ऐसा करने पर एकाग्रता कम होती है और आपको दिमाग अधिक देर तक सक्रिय नहीं रहता.
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