हनुमानजी की पूजा में नहीं चढ़ाया जाता हैं चरणामृत, महिलाओं को भी रखना चाहिए विशेष ध्यान
जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए, ताकि हनुमानजी की कृपा मिल सके
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मंगलवार के दिन हनुमानजी की पूजा का विशेष महत्व है. हनुमानजी को प्रसन्न करने से वे भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं. शास्त्रों में हनुमानजी की पूजा के लिए खास नियम बताए गए हैं. शास्त्रों में दिए गए नियम के मुताबिक पूजा करने से ही पूजा फल मिलता है. जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए, ताकि हनुमानजी की कृपा मिल सके.
ब्रह्मचर्य का रखें खास ख्याल
धर्म शास्त्र के मुताबिक हनुमानजी की पूजा में ब्रह्मचर्य का पूरा-पूरा पालन करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि हनुमानजी हमेशा ब्रह्मचर्य का पालन किए. इसके अलावा शादीशुदा लोग भी जिस दिन हनुमानजी की पूजा करें, उस दिन ब्रह्मचर्य का विशेष ध्यान रखें.
पूजा में साफ-सफाई का रखें ध्यान
हनुमानजी की पूजा में साफ-सफाई को खास महत्व दिया गया है. ऐसे में हनुमानजी की पूजा के वक्त बिलकुल साफ-सुथरा कपड़ा पहनना चाहिए. साथ ही इनकी पूजा से पहले स्नान करना आवश्यक होता है. इसके अलावा जहां पूजा हो उस स्थान की स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए.
मांस-मदिरा से रहें दूर
यदि हनुमानजी की पूजा रोजाना करते हैं तो मांसाहारी भोजन से दूर रहना होगा. साथ ही मदिरा का भी त्याग करना होगा, तभी हनुमानजी की पूजा फलदायी साबित होगी. इसके अलावा हनुमान जी के भक्तों को अपना आचरण और व्यवहार अच्छा रखना चाहिए.
पूजा के दौरान न करें काले या सफेद वस्त्र का इस्तेमाल
हनुमान जी की पूजा में मंगलवार के दिन भूलकर भी काले या सफेद वस्त्र ने पहने. ऐसा इसलिए क्योंकि हनुमान जी को लाल और केसरिया रंग भाता है. अगर आप मंगलवार के दिन व्रत रखते हैं तो नमक मिला हुआ खाना खाने से परहेज करें.
खंडित मूर्ती की पूजा है निषेध
शास्त्रों के मुताबिक हनुमानजी की पूजा में चरणामृत का प्रयोग निषेध है. लेकिन तुलसी का प्रयोग आवश्यक है. इसके अलावा हनुमानजी की पूजा टूटी हुई मूर्ति की पूजा नहीं करना चाहिए. यदि घर में हनुमानजी की मूर्ति कहीं से भी टूटी है तो इसे तुरंत ही बदल दें. इसके बाद ही हनुमानजी की पूजा करें.
महिलाएं रखें विशेष ध्यान
हनुमानजी की पूजा में महिलाओं को भी विशेष ध्यान रखना चाहिए. मान्यता है कि महिलाओं को सीधे तैर पर वस्त्र या चोला अर्पित नहीं करना चाहिए. यदि किसी प्रकार की मनोकामना रही है तो ऐसे में पुत्र या पति के द्वारा हनुमानजी को चोला या वस्त्र चढ़ाना चाहिए.