मौनी अमावस्या पर करें इस खास मंत्र का जाप

Update: 2023-01-19 12:50 GMT

साल की पहली अमावस्या 21 जनवरी 2023 को पड़ रही हैं. अमावस्या तिथि दान पुण्य जैसे कार्यों के लिए अधिकतर शुभ मानी जाती है. तो वही इस दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण भी किया जाता है. इस दिन पितरों का तर्पण करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है.


21 या 22 जनवरी मौनी अमावस्या कब 
पंचाग के अनुसार माघ महीने की अमावस्या तिथि 21 जनवरी 2023 शनिवार को सुबह 06 बजकर 17 मिनट से शुरू होगी और 22 जनवरी 2023 को सुबह 02 बजकर 22 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के अनुसार मौनी अमावस्या 21 जनवरी 2023 को है. इसी दिन स्नान और दान करना शुभ रहेगा.

चंद्रमा की स्थिति अशुभ हो तो करें मंत्रों का जाप
चंद्रमा मन का कारक माना जाता है जिस कारण अगर किसी की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति अशुभ हो तो व्यक्ति को अपने जीवन में कई तरह का मानसिक तनाव रहता है. ऐसे में व्यक्ति को खास तौर पर अमावस्या तिथि के दौरान चंद्र देव की पूजा के साथ साथ निबंध दिए गए उनके कुछ मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए.कहा जाता है इनके मंत्रों का जप करने से जातक अपने मानसिक अवरोधों से छुटकारा पाता है. मनोबल का अभाव नही होता. साथ ही साथ व्यक्ति के भीतर सकारात्मक विचारों का अभाव नहीं रहता. ध्यान रहे इन आगे बताए जाने वाले मंत्रों का जप हमेशा ध्यानावस्था में ही करें.

चंद्र मंत्र
श्वेतः श्वेताम्बरधरः श्वेताश्वः श्वेतवाहनः.
गदापाणि द्विर्बाहुश्च कर्तव्योः वरदः शशिः..

मंत्र जप के लाभ
जीवन की परिस्थितियों को बेहतर ढंग से समझने और तालमेल बिठाने में मदद मिलती है.
जातक की वाणी व्यवहार और स्मरणशक्ति को बल मिलता है.
मंत्र के शुभ प्रभाव से परिवार में हर्ष आनंद रहता है, सदस्य एक-दूसरे के प्रति स्नेह और आदरभाव रखने लगते हैं. साथ ही साथ चंद्रमा की प्रबलता से आर्थिक और सामाजिक पक्ष मजबूत है.
मौनी अमावस्या के दिन खासतौर पर अगर विद्यार्थियों द्वारा इस मंत्र का जप किया जाए तो उनकी स्मरणशक्ति और एकाग्रता बढ़ती है.


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