रविवार के दिन संतान सुख के​ लिए करें इस मंत्र का जाप

सूर्य पूरे संसार को प्रकाशवार करते हैं

Update: 2021-12-12 01:27 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सूर्य पूरे संसार को प्रकाशवार करते हैं. कुंडली (Kundali) में भी सूर्य प्रमुख ग्रह हैं. इनकी सकारात्मक ऊर्जा से जीवन में कई बदलाव आते हैं. जिनकी कुंडली में सूर्य ग्रह नीच का या फिर दुर्बल होता है, उन लोगों को सूर्य देव को प्रतिदिन अर्घ्य (Surya Arghya) देने को कहा जाता है. यदि आपके पास समय की कमी है तो आप रविवार के दिन अर्घ्य दें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मंत्रों के जाप से अपने विशेष कार्यों को सिद्ध किया जाता सकता है. जो लोग संतानहीन हैं, वे लोग सूर्य देव के मंत्र का जाप करके संतान सुख प्राप्त कर सकते हैं. छठ महापर्व भी सूर्य देव की आराधना का पर्व है. संतान सुख के​ लिए लोग छठ पर्व करते हैं.

आप रविवार के दिन विधिपूर्वक सूर्य देव को प्रात:काल में अर्घ्य देने के बाद सूर्य मंत्र का जाप करें, तो आपको लाभ हो सकता है. सूर्य देव की कृपा से आप संतान सुख प्राप्त कर सकते हैं. आइए जानते हैं सूर्य देव के संतान प्राप्ति मंत्र के बारे में
ओम भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे।
धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।।
मंत्र जाप विधि
रविवार के दिन प्रात:काल में सूर्योदय से पूर्व स्नान आदि करके साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए तांबे के एक पात्र में जल भर लें. उसमें रोली, चंदन, लाल फूल, अक्षत् आदि मिला लें. घर से बाहर जाकर पूरब दिशा की ओर मुख करके सूर्य देव को अर्घ्य दें. अर्घ्य देते समय दोनों हाथ सिर से ऊपर रखना चाहिए.
ऊपर देने के बाद एक साफ आसन बिछा लें और उस पर बैठ जाएं. अब रुद्राक्ष का माला से सूर्य देव के संतान प्राप्ति मंत्र का जाप करें. मन को शांत और संयमित रखें. आप इसे लिए योग्य ज्योतिषाचार्य की सलाह ले सकते हैं.
सूर्य देव को नियमित अर्घ्य देने से ग्रह दोष दूर होते हैं. सूर्य देव की कृपा से नौकरी या बिजनेस में चल रही समस्याएं दूर होती हैं.


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