Diwali पर करें इन मंत्रों का जाप, घर से दूर होगी दरिद्रता

Update: 2024-10-31 12:13 GMT
Diwali ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं लेकिन दिवाली को प्रमुख माना गया है जो कि देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस पर्व को सुख समृद्धि का प्रतीक माना गया है। इस दिन दीपक जलाकर लोग अंधकार को दूर करते हैं और जीवन में प्रकाश लाते हैं। यह पर्व मानव जीवन को सकारात्मकता से भर देता है।
दिवाली के दिन भगवान श्री गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना का भी विधान होता है। इस साल दिवाली का पावन पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन भक्त माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करते हैं माना जाता है कि दिवाली की रात लक्ष्मी पूजन करने से देवी की कृपा बरसती है लेकिन इसी के साथ ही दीपावली की रात माता के शक्तिशाली मंत्रों का जाप जरूर करें। इन मंत्रों का जाप करने से साधक को लक्ष्मी जी की असीम कृपा प्राप्त होती है और साथ ही बेशुमार धन दौलत भी मिलता है तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं महालक्ष्मी के चमत्कारी मंत्र।
 महालक्ष्मी के शक्तिशाली मंत्र—
मां लक्ष्मी का बीज मंत्र - 'ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः:।।'
मां लक्ष्मी का मंत्र - 'ऊँ श्रीं क्लीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।'
कर्ज मुक्ति के लिए मंत्र - 'ऊँ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:। ।'
धन प्राप्ति का मंत्र - 'या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी।
या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥
या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी।
सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥'
 लक्ष्मी पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त—
आपको बता दें कि दिवाली की शाम लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा विधि विधान से की जाती है इस दिन पूजा शुभ मुहूर्त में करना लाभकारी माना जाता है इससे माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है और घर में सुख समृद्धि आती है। इस साल दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन शाम को 6 बजकर 27 मिनट से रात 8 बजकर 32 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। वही दिवाली पर पूजा का निशिता मुहूर्त रात में 11 बजकर 39 मिनट से देर रात 12 बजकर 31 मिनट तक है।
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