Diwali पर इन विशेष सामग्री से करें पूजन, घर चली आएंगी मां लक्ष्मी

Update: 2024-10-31 11:46 GMT
Diwali  ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं लेकिन दिवाली को प्रमुख माना गया है जो कि देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस पर्व को सुख समृद्धि का प्रतीक माना गया है। इस दिन दीपक जलाकर लोग अंधकार को दूर करते हैं और जीवन में प्रकाश लाते हैं।
यह पर्व मानव जीवन को सकारात्मकता से भर देता है। दिवाली के दिन भगवान श्री गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना का भी विधान होता है। इस साल दिवाली का पावन पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा दिवाली पूजन सामग्री की लिस्ट बता रहे हैं जिससे कोई भी पूजन सामग्री छूट न जाए, तो आइए जानते हैं।
 दिवाली पूजा सामग्री लिस्ट—
दिवाली पूजा की सामग्री में सबसे पहले लक्ष्मी प्रतिमा शामिल करें। इसके बाद पूजा में मुख्य रूप से कलावा, गाय का दूध, दही, गंगाजल, गुड़, रोली, चावल, पान, सुपारी, कुमकुम, चंदन, सिंदूर, अबीर, गुलाल, कपूर, अगरबत्ती, नारियल, लौंग, इलायची, रूई की की बत्ती। दिवाली पूजा में दीपक का होना भी जरूरी है इनकी संख्या आप अपनी इच्छा अनुसार रख सकती है
 लेकिन कम से कम 5 दीपक जरूर होने चाहिए। दीपक की संख्या 11, 21 और 31 के अनुपात में होना जरूरी है। इस दिन माता को भोग लगाने के लिए पंचामृत, मौसमी फल, गाय के दूध से बनी खीर, खील बताशे, गन्ना आदि भी शामिल करें। इसके अलावा तांबे का कलश, कमल गट्टे की माला, जनेउ, इत्र, पूजा की चौकी, चांदी का सिक्का, शंख, आसन, थाली, बैठने के लिए आसन आम के पत्ते भी शामिल करें।
 लक्ष्मी पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त—
आपको बता दें कि दिवाली की शाम लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा विधि विधान से की जाती है इस दिन पूजा शुभ मुहूर्त में करना लाभकारी माना जाता है इससे माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है और घर में सुख समृद्धि आती है। इस साल दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन शाम को 6 बजकर 27 मिनट से रात 8 बजकर 32 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। वही दिवाली पर पूजा का निशिता मुहूर्त रात में 11 बजकर 39 मिनट से देर रात 12 बजकर 31 मिनट तक है।
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