धार्मिक पंचांग के अनुसार अभी ज्येष्ठ का महीना चल रहा है और इस महीने पड़ने वाली एकादशी को अपरा एकादशी के नाम से जाना जाता हैं जो कि इस बार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी की तिथि पर किया जा रहा हैं अपरा एकादशी का व्रत आज यानी 15 मई दिन सोमवार को रखा जा रहा हैं यह तिथि भगवान विष्णु की प्रिय तिथियों में से एक हैं और एकादशी का व्रत श्री हरि की पूजा को समर्पित होता हैं।
इस दिन साधक भगवान को प्रसन्न करने व उनका आशीर्वाद पाने के लिए प्रभु की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से साधक के सभी कष्टों व दुखों का अंत हो जाता हैं लेकिन इसी के साथ अगर आज के दिन भगवान विष्णु के चमत्कारी मंत्रों का जाप किया जाए तो सभी कार्यों में सफलता मिलती हैं और बिना किसी बाधा के कार्य पूर्ण हो जाते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं श्री हरि के शक्तिशाली मंत्र।
विष्णु पूजा मंत्र—
भगवते वासुदेवाय मंत्र
ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥
विष्णु गायत्री मंत्र
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
भगवान विष्णु का मंत्र
मंगलम भगवान विष्णुः, मंगलम गरुणध्वजः।
मंगलम पुण्डरी काक्षः, मंगलाय तनो हरिः॥
श्री हरि विष्णु स्तुति
शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम्।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम्॥
यं ब्रह्मा वरुणैन्द्रु रुद्रमरुत: स्तुन्वानि दिव्यै स्तवैवेदे:।
सांग पदक्रमोपनिषदै गार्यन्ति यं सामगा:।
ध्यानावस्थित तद्गतेन मनसा पश्यति यं योगिनो
यस्यातं न विदु: सुरासुरगणा दैवाय तस्मै नम:॥