सोम प्रदोष पर करें भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप
भगवान भोलेनाथ अपने नाम के अनुरूप भोले और अवढ़रदानी हैं। अपने भक्तों का कष्ट और संकट उनसे नहीं देखे जाते।
भगवान भोलेनाथ अपने नाम के अनुरूप भोले और अवढ़रदानी हैं। अपने भक्तों का कष्ट और संकट उनसे नहीं देखे जाते। जो भी सच्ची निष्ठा और श्रद्धाभाव से भगवान शिव का पूजन करते हैं आशुतोष शिव उनके सारे दुख हर लेते हैं। इस सोमवार को भगवान शिव को प्रसन्न करने के विशेष संयोग का निर्माण हो रहा है। इस सोमवार, 04 अक्टूबर को त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि एक साथ पड़ने के कारण प्रदोष और मासिक शिवरात्रि का व्रत एक साथ ही रखा जाएगा। एक साथ भगवान शिव के प्रिय सोम प्रदोष और शिवरात्रि का संयोग अति विशिष्ट है। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न कर आसानी से उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। धर्माचार्यों के अनुसार इस दिन भगवान शिव के 108 नाम मंत्रों का रूद्राक्ष की माला से जाप कर, उनका पंचाभिषेक करें। भगवान शिव आपकी सभी मनोकानाओं की पूर्ति करेगें.....