आज भौम प्रदोष पर करें हनुमान जी के इन मंत्रों का जाप, आपकी सभी मनोकामना होगी पूरी
मंगलवार का दिन अंजनीपुत्र हनुमान जी को समर्पित है। मान्यता है कि मंगलवार के दिन हनुमान जी का पूजन करने से सभी तरह के कष्ट और संकट दूर हो जाते हैं। इसीलिए हनुमान जी को संकटमोचक भी कहा गया है।
मंगलवार का दिन अंजनीपुत्र हनुमान जी को समर्पित है। मान्यता है कि मंगलवार के दिन हनुमान जी का पूजन करने से सभी तरह के कष्ट और संकट दूर हो जाते हैं। इसीलिए हनुमान जी को संकटमोचक भी कहा गया है। इस मंगलवार को भौम प्रदोष होने के कारण रूद्रावतार हनुमान जी का भगवान शंकर के साथ पूजन करना विशेष फलदायी होगा। भौम प्रदोष के दिन हनुमान जी का पूजन करने से मंगल ग्रह संबंधी दोष भी समाप्त हो जाते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं हनुमान जी के कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में, जिनका भौम प्रदोष के दिन जाप करने से सारे संकट दूर होते हैं और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
1-हनुमान जी का बीज मंत्र –
ये हनुमान जी का बीज मंत्र है। इसका मंगलवार या भौमप्रदोष के दिन जाप करने से हनुमान जी प्रसन्न होते है और सारे संकट दूर करते हैं।
-ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः।
2- हनुमान अष्टदशाक्षर मंत्र – ये हनुमान जी का अठारह अक्षरों का सिद्द मंत्र है, इसका जाप करने से सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है।
-नमो भगवते आन्जनेयाये महाबलाये स्वाहा।
3- ज्ञान औ बुद्धि की प्राप्ति का मंत्र
हनुमान जी को बल, बुद्दि का दाता माना जाता है। उनके इस मंत्र का जाप विशेषकर विद्यार्थियों को करना चाहिए।
मनोजवं मारुतुल्यवेगं जितेंद्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।।
4- बल और पराक्रम प्राप्ति का मंत्र
अतुलित बलधामं, हेमशैलाभदेहमं। दनुजवनकृशानुं, ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुण निधानं, वानराणामधीशम्। रघुपतिप्रिय भक्तं वातजातम् नमामि।।
5- रोग और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने का मंत्र
रोग, बाधा और शत्रुओं का नाश करने के लिए हनुमान जी के इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय,
सर्वरोगाय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।