Chanakya Niti : आचार्य की ये 5 बातें जिसने समझ लीं, वो व्यक्ति जीवन की हर मुश्किल को पार कर सकता है

आचार्य की बातों में जीवन का सार छिपा है. आचार्य ने अपने अनुभवों से जो कुछ भी हासिल किया, उसे अपनी रचनाओं के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किया है. यहां जानिए आचार्य की कही 5 खास बातें.

Update: 2022-01-22 02:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 

देवता, संतजन और पालक थोड़े से ही प्रसन्न हेा जाते हैं, लेकिन निकट और दूर के रिश्तेदार तब प्रसन्न होते हैं, जब उनका आदर सम्मान किया जाए. वहीं विद्वानों को प्रसन्नता तब मिलती है जब उन्हें आध्यात्मिक सन्देश का मौका दिया जाता है.

आचार्य का कहना था कि मनुष्य के कर्म कभी उसका पीछा नहीं छोड़ते. जिस तरह गाय का बछड़ा हजारों गायों में अपनी मां के पीछे चलता है. उसी तरह कर्म उस व्यक्ति के पीछे रहते हैं. इसलिए अपने कर्मों को अच्छा रखिए.
वो इंसान जिसने चारों वेदों और सभी धर्म शास्त्रों को पढ़ा है, लेकिन उसे खुद की आत्मा की अनुभूति नहीं हुई है, उसका सारा ज्ञान व्यर्थ होता है. ऐसा व्यक्ति उस चमचे की तरह है जिसने तमाम तरह के पकवानों को हिलाया तो है, लेकिन स्वाद किसी का नहीं चखा.
अगर आपको सफलता का स्वाद चखना है तो असफलता के डर को भगाना बहुत जरूरी है. अपने लक्ष्य पर नजर बनाकर रखें और असफलता को सफलता की यात्रा में सीख की तरह लेना सीखें. इस तरह प्रयास करने से आप निश्चित तौर पर अपने लक्ष्य को पाने में सफल होंगे.
आचार्य चाणक्य का कहना था कि संसार में हर किसी को संतोष से जीना सीखना चाहिए क्योंकि ऐसा कोई शख्स नहीं है, जिसे सारे सुख प्राप्त हुए हों. सब कुछ भगवान के हाथ में है.


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