Chanakya Niti: इन गलतियों से जीवन भर झेलना पड़ सकता है आर्थिक संकट, चाणक्य निति में है ज़िक्र
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सालों से लोगों का मार्गदर्शन करती आ रही चाणक्य नीति आज भी इतनी प्रभावी है कि लोग इससे जुड़ी बातों को अभी भी इन्हें अपने जीवन में लागू करते हैं. इसमें लोगों का विश्वास इसलिए भी बना हुआ क्योंकि ये सटिक तक साबित होती हैं. आचार्य चाणक्य की नीति के चलते एक साधारण सा बालक चंद्रगुप्त मौर्य अखंड भारत का सम्राट बन पाया. चाणक्य ने सामाजिक जीवन को लेकर भी कई चीजों का जिक्र अपने ग्रंथ में किया है.
लोग इन नीतियों को अपनाकर अपने जीवन में आए उतार-चढ़ावों को आसानी से पार कर सकते हैं. चाणक्य ने नीति ग्रंथ में ये भी बताया है कि किन गलतियों के कारण जीवन में आर्थिक संकट लंबे समय तक हमें प्रभावित कर सकता है. इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं.
दूसरों से बराबरी
चाणक्य नीति के मुताबिक हर व्यक्ति के जीवन जीने का तरीका दूसरे से अलग होता है. किसी की सफलता बड़ी होती है वहीं किसी की कम. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हमें कभी भी किसी से खुद की बराबरी नहीं करनी चाहिए. कोई व्यक्ति अगर इस तरह की गलती करता है, तो ऐसे में वह अपना नुकसान करना शुरू कर देता है. एक समय पर उसे आर्थिक संकट के हालातों का सामना करना पड़ सकता है.
ऐसा पैसा करता है बर्बाद
अन्यायोपार्जितं वित्तं दशवर्षाणि तिष्ठति । प्राप्ते चैकादशे वर्षे समूलं तद् विनश्यति॥
चाणक्य ने इस श्लोक के जरिए बताया है कि चोरी से, जुआ से, अन्याय या फिर धोखे से जमा किया हुआ पैसा शुरू में अच्छा लग सकता है. इस तरह का पैसा एक समय पर हर किसी का दुश्मन बनकर उसे कंगाल तक कर सकता है. चाणक्य कहते हैं कि इस तरह का पैसा विनाश की ओर ले जाता है, जिसकी भरपाई न के बराबर होती है. हमें जीवन में सही ढंग से पैसा कमाना चाहिए.
पैसों की बचत न करना
हम सभी जानते हैं कि पैसे का हमारे जीवन में क्या महत्व है. चाणक्य नीति के अनुसार पैसों की बचत न करना बहुत बड़ी गलती है और इस वजह से जीवन में आर्थिक संकट को झेलना पड़ सकता है. पैसा अगर बचाया जाए, तो ये मुश्किल समय में बहुत काम आ सकता है.