Chanakya Niti : ये 5 स्थितियां हर व्यक्ति के लिए बेहद कष्टकारी होती हैं
आचार्य चाणक्य के मुताबिक कई बार हालात ऐसे होते हैं, जो व्यक्ति को अंदर से तोड़ देते हैं. लेकिन फिर भी व्यक्ति अपने कष्ट को किसी के सामने बयां नहीं कर पाता. यहां जानिए ऐसी ही कुछ स्थितियों के बारे में.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।
कई बार व्यक्ति को रिश्तेदार, मित्र किसी विशेष व्यक्ति द्वारा किए गए अपमान का घूंट पीना पड़ता है. ऐसे में व्यक्ति अंदर से बिल्कुल टूट जाता है. लेकिन इस अपमान को न तो किसी से कह पाता है और न ही भूल पाता है.
गरीबी को आचार्य भी बहुत बड़ा अभिशाप मानते थे. अगर किसी व्यक्ति को किसी भी कारण से गरीबी का समय देखना पड़े तो उसे कदम कदम पर संघर्ष करना पड़ता है. ये संघर्ष कई बार अत्यंत पीड़ादायक हो जाता है. ऐसे में व्यक्ति भीतर ही भीतर जलता रहता है..
जो व्यक्ति अपनी पत्नी से बेहद प्रेम करता है और उसे किसी भी कारणवश उससे दूर होना पड़े, तो ये स्थिति उस व्यक्ति के लिए बेहद कष्टकारी होती है. कई लोग इस वियोग को सह नहीं पाते और डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं.
यदि आप किसी की मदद करें और वो व्यक्ति आप की जरूरत पर आपसे मुंह फेर ले, तो बेहद कष्ट होता है. ऐसी स्थिति को व्यक्ति को बहुत मुश्किल से स्वीकार कर पाता है क्योंकि उसे ये धोखा बार बार परेशान करता है.
अगर कोई व्यक्ति कर्ज के बोझ से दबा हो, तो वो एक पल भी चैन की सांस नहीं ले पाता क्योंकि उसके सिर पर बहुत बड़ा भार होता है. जब तक वो इसे उतार नहीं लेता, उसका कष्ट खत्म नहीं होता.