चाणक्य निति : सोते दिखें ये 4 तरह के लोग तो तुरंत जगा देना चाहिए, इसी में है सबकी भलाई
आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में तमाम स्थितियों का जिक्र किया है और विभिन्न परिस्थितियों में सही और गलत का भेद बताया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में तमाम स्थितियों का जिक्र किया है और विभिन्न परिस्थितियों में सही और गलत का भेद बताया है. आचार्य की मानें तों 4 तरह के लोग ऐसे होते हैं, जो अगर गहरी नींद में हों, तो भी उन्हें जगाने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसी में ही सबकी भलाई होती है.
नौकर : अगर आप किसी नौकर को काम के समय सोते हुए देखें तो उसे जगाने में संकोच न करें. ड्यूटी के समय में सोना अच्छी बात नहीं है. अगर उसके मालिक ने उसे सोते हुए देख लिया तो इससे उसकी नौकरी खतरे में भी आ सकती है.
भूखा व्यक्ति : अगर आपको कभी कोई व्यक्ति भूखा सोते हुए दिखे तो उसे जगाने में संकोच न करें. भूखे व्यक्ति को भूख के कारण कभी ठीक से नींद नहीं आती. ऐसे में अगर आप उसे जगाकर खाना खिलाते हैं तो ये एक अच्छा काम कहलाएगा.
विद्यार्थी : विद्यार्थी को कहा जाता है कि अगर सफलता प्राप्त करनी है तो 6 घंटे से ज्यादा नींद नहीं लेनी चाहिए. अपने समय का सदुपयोग करके लक्ष्य प्राप्ति का प्रयास करना चाहिए. ऐसे में अगर आप किसी विद्यार्थी को सोते से जगाते हैं, तो आप उसका नुकसान होने से बचा रहे हैं. इसमें कोई बुराई नहीं है.
चौकीदार : चौकीदार के भरोसे एक स्थान की सुरक्षा होती है. ऐसे में अगर वो सो जाता है, तो कोई भी मौके का फायदा उठा सकता है. इसलिए अगर ड्यूटी के समय आप किसी चौकीदार को सोते हुए देखें तो उसे जगाने में किसी तरह का संकोच न करें.