Chanakya Niti : व्यक्ति को इन बातों को छिपाकर रखना चाहिए

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य ने ग्रंथ नीति शास्त्र में धर्म, समाज, राजनीति, धन आदि तमाम विषयों के बारे में काफी कुछ कहा है. आचार्य चाणक्य ने इन्हीं नीतियों में बताया हैं कि व्यक्ति को किन बातों को अपने पास तक ही रखना चाहिए.

Update: 2022-01-24 02:43 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में मनुष्य के जीवन से संबंधित बातों का जिक्र किया गया है. अगर जीवन में इन बातों को ध्यान में रखा जाए तो कई परेशानियों (Chanakya Updesh) से बचा जा सकता है और सुखमय जीवन व्यतीत किया जा सकता है. चाणक्य नीति (chanakya niti quotes) में कुछ ऐसी बातें भी बताई गई हैं जिनका दूसरों से जिक्र नहीं करना चाहिए. ऐसा करने पर जीवन में अपमान और नुकसान उठाना पड़ सकता है. चाणक्य (Acharya Chanakya) नीति के अनुसार किन बातों का ध्यान रखना चाहिए आइए जानें.

परिवार की कलह
अगर आपके परिवार में किसी प्रकार की कलह है तो भूलकर भी घर की बातों का जिक्र किसी के साथ नहीं करना चाहिए. इससे आपको अपमान का सामना तो करना ही पड़ता है, साथ ही समय आने पर लोग आपके रिश्तों में दरार का अनुचित लाभ उठा सकते हैं.
दांपत्य जीवन की बातें
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कभी भी अपने दांपत्य जीवन की बातें किसी ओर से साझा नहीं करनी चाहिए. पति पत्नी के बीच का बातचीत खुद तक ही सीमित रखनी चाहिए. खासकर तब जब आपके और आपकी जीवनसाथी के बीच किसी प्रकार का झगड़ा हो. किसी तिसरे से इस बात का जिक्र भूलकर भी नहीं करना चाहिए. इससे आपको आगे चलकर मान-सम्मान की हानि उठानी पड़ती है. इससे आपके रिश्ते में दरार भी आती है.
कार्यक्षेत्र की योजना और जरूरी बातें
चाणक्य नीति के अनुसार अपने कार्य की जरूरी बातों और प्लान का जिक्र किसी अन्य व्यक्ति से नहीं करना चाहिए. इससे आपको कार्यक्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसा करने पर सफलता पाने की संभावना कम हो जाती है. इसलिए कार्य पूर्ण होने के बाद ही किसी को बताना चाहिए.
कमजोर पक्ष
हर व्यक्ति में कोई न कोई कमजोर और मजबूत पक्ष होता है. अपने कमजोर पक्ष को कभी भी लोगों के सामने जाहिर नहीं करना चाहिए. इससे व्यक्ति दूसरों का नजरों में कमजोर बनता है. ऐसे में लोग कभी भी आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं.
नकारात्मक चीजें
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति के भीतर कुछ नकारात्मक चीजें भी होती हैं. ये चीजें व्यक्ति के स्वभाव में होती हैं. चाणक्य नीति के अनुसार अपने अच्छाई और बुराईयों के बारे में सही से जानकारी होनी चाहिए. अपने नकारात्मक पक्ष को दूर करने की कोशिश करनी चाहिए और किसी के सामने इसका जिक्र नहीं करना चाहिए.
दुखों को जाहिर न करें
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कभी भी किसी के सामने अपने दुखों को जाहिर नहीं करना चाहिए. इससे लोग आपको कमजोर समझते हैं. ये भविष्य में आपके कार्यों में बाधा के रुप में सामने आएगा.
अपमान का जिक्र
चाणक्य नीति के अनुसार अगर कहीं पर आपका अपमान हुआ हो तो भूलकर भी इसका जिक्र किसी के सामने नहीं करना चाहिए. इससे आपको उपहास का पात्र बनना पड़ सकता है.


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