Chanakya Niti : यह जाने जीवन जीने का सही तरीका
ज्योतिष न्यूज़ : आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानी और विद्वानों में से एक माना गया है इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है। आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया है जिसका अनुसरण करने वाला मनुष्य सफलता …
ज्योतिष न्यूज़ : आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानी और विद्वानों में से एक माना गया है इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है। आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया है जिसका अनुसरण करने वाला मनुष्य सफलता के शिखर को प्राप्त करता है।
आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियों का निर्माण किया है जिसका पालन करके व्यक्ति सुख सफलता और सम्मान हासिल कर सकता है। चाणक्य ने अपनी नीतियों के द्वारा संतान की कुछ ऐसी आदतें बताई है जो कुल का नाश करने वाली मानी जाती है तो आज हम आपको इससे जुड़ी आज की चाणक्य नीति बता रहे हैं।
श्लोक—
एकेन शुष्कवृक्षेण दह्यमानेन वह्निना .
दह्यते तद्वनं सर्वं कुपुत्रेण कुलं यथा ॥
आचार्य चाणक्य ने अपने इस श्लोक के जरिएं बताया है कि सूखे पेड़ में आग लग जाने की वजह से पूरे जंगल का विनाश हो जाता है ठीक उसी तरह से एक कुपुत्र की वजह से पूरे घर के कुल का विनाश निश्चित है। अगर संतान दुख और आज्ञा न मानने वाली हो तो पुरे घर की इज्जत और मान प्रतिष्ठा को नष्ट कर सकती है।
जिसकी वजह से पूरे कुल का नाश हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि संतान के लालन पालन के दौरान उसकी बुरी आदतों पर ध्यान जरूर दें साथ ही समय रहते उसे सुधारें। कुल के विनाश को रोकने के लिए संतान पर नियंत्रण रखना और उसे अच्छे संस्कार देना बेहद जरूरी होता है। चाणक्य कहते हैं कि उत्तम और आज्ञाकारी संतान पूरे कुल का नाम रौशन करती है और सभी को सम्मान दिलाती है।
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