Chanakya Niti : जानिए धन के मामले में आचार्य के 5 मंत्र.....भरी रहेंगी घर की तिजोरी
आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी लोगों को सही राह दिखलाती हैं, इसलिए लोग उनकी बातों से सीखने का प्रयास करते हैं. आचार्य ने धन कमाने से लेकर बचाने और निवेश करने तक के मामले में अपने विचार प्रस्तुत किए हैं. आप भी जानिए इस बारे में क्या कहती है चाणक्य नीति.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुरु वो होता है जो शिष्य के जीवन की दिशा को तय करता है. आचार्य चाणक्य भी ऐसे ही एक गुरु थे, जिन्होंने न जाने कितने शिष्यों को सही दिशा दिखलाकर उनका भविष्य संवार दिया. महान चिंतक, कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ, समाजशास्त्री और अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने तक्षशिला विश्वविद्यालय से ही अपनी शिक्षा को पूर्ण किया और यहां शिक्षक पद संभालकर तमाम बच्चों का भविष्य संवारा.
साथ ही ऐसी कई रचनाएं कीं, जो आज भी लोगों का मार्गदर्शन करती हैं. आचार्य की नीतिशास्त्र रचना सबसे लोकप्रिय रचनाओं में से एक है. इस ग्रंथ में आचार्य ने जीवन के हर पहलू पर अपने विचार प्रस्तुत कर लोगों को सही दिशा दिखाई है. आचार्य चाणक्य ने धन को लेकर भी काफी कुछ कहा है. यहां जानिए पैसा कमाने, बचाने और निवेश को लेकर क्या कहती है चाणक्य नीति.
1. आचार्य चाणक्य ने धन को सच्चा मित्र कहा है और इसे संचय करने की बात कही है. आचार्य के मुताबिक धन हमेशा ईमानदारी से कमाना चाहिए. साथ ही इसे कमाने के बाद निवेश जरूर करना चाहिए.
2. चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति जो भी पैसा कमाता है, उसे पूरा का पूरा बचाना मूर्खता है. पैसा बचाने और बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप इसे सही जगह पर निवेश करें. उन्होंने घर में रखे धन की तुलना पानी से करते हुए कहा है कि जिस तरह एक जगह जमा पानी इस्तेमाल न हो तो सड़ जाता है, उसी तरह धन का निवेश न हो, तो धन बर्बाद हो जाता है.
3. आचार्य का मानना था कि धन इंसान का ऐसा साथी है, जो उस वक्त में भी उसका साथ निभाता है, जब उसके अपने भी साथ छोड़ देते हैं. इसलिए पैसे को कभी पानी की तरह बहाने की गलती न करें. अपनी जरूरत भर का धन व्यय करें, शेष निवेश करें, ताकि वो धन दिनों दिन और बढ़े व आपके बुरे समय में आपके काम आ सके.
4. पैसा कमाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप किसी ऐसे स्थान पर रहें, जहां रोजगार के पर्याप्त साधन हों, ताकि अगर आपकी नौकरी छूट भी जाए तो भी आपके पास धन कमाने के तमाम विकल्प मौजूद हों. इसके अलावा धन कितना कमाना है, इसके लिए आपका वित्तीय लक्ष्य तय होना चाहिए. जब तक आपका लक्ष्य तय नहीं होगा, आप धन की कमी को कभी दूर नहीं कर पाएंगे.
5. जो भी धन आप कमाते हैं, उसका कुछ हिस्सा दान के लिए जरूर निकालें. आचार्य का मानना था कि धन का हमेशा सदुपयोग करना चाहिए. इसका सबसे बेहतर जरिया दान है. इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है और आपकी दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की होती है.