Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य की इन बातों का रखें ध्यान, वरना परिवारवाले भी बन जाएंगे दुश्मन

आज्ञाकारी, संस्कारी, शिक्षित संतान अपने माता पिता के लिए बेहद अनमोल होती है. लेकिन अगर वही संतान मूर्ख और बुरी संगति में पड़ जाती है या लत की शिकार हो जाती है तो वो शत्रुओं से भी ज्यादा दुख देने वाली होती है.

Update: 2022-03-07 02:11 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।

आज्ञाकारी, संस्कारी, शिक्षित संतान अपने माता पिता के लिए बेहद अनमोल होती है. लेकिन अगर वही संतान मूर्ख और बुरी संगति में पड़ जाती है या लत की शिकार हो जाती है तो वो शत्रुओं से भी ज्यादा दुख देने वाली होती है.

पिता अपने बच्चों के सिर पर छत की तरह मौजूद होता है जो हर दुख तकलीफ से अपने बच्चों को बचा कर दुनियादारी का ज्ञान प्राप्त करने में सहायता करता है. लेकिन जब पिता बहुत सारा कर्ज लेता है और उसे चुका नहीं पाता तो उस कर्ज का बोझ उसके बेटे को उठाना पड़ता है. ऐसा पिता अपनी संतान के लिए दुश्मन के समान ही माना जाता है.
जिस पुरुष को समझदार और शिक्षित पत्नी मिल जाती है वो बहुत भाग्यशाली माना जाता है. लेकिन पत्नी अगर पराए पुरुष की और आकर्षित हो जाए, तो इस परिस्थिति में वो अपने पति, बच्चों और परिवार के लिए बदनामी बन जाती है. इस कारण पूरा परिवार बिखर जाता है.
प्रेम को दुनिया में सबसे पवित्र माना जाता है. लेकिन जब मां अपनी संतान के बीच फर्क करने लगती है और कोई नुकसान पहुंचा देती है तो ऐसी मां अपने बच्चों के लिए बड़ी दुश्मन बन जाती है.
प्यार सम्मान देने वाला चरित्रवान पति मिलता है तो पत्नी के लिए सौभाग्य की बात होती है. लेकिन अगर पति नशे का शिकार होता है या दूसरी महिला से संबंध बना लेता है तो वो पत्नी के लिए शुत्र से कम नहीं होता है.


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