चाणक्य नीति : इन 5 लोगों के साथ भूलकर भी न करें बैर, मिलती है मात

अपने ग्रंथ आचार्य चाणक्य ने एक श्लोक लिखा है. वो श्लोक है - नखीनां च नदीनां च श्रृंगीणां शस्त्रपाणिणां, विश्वासो नैव कर्तव्यः स्त्रीषु राजकुलेषु च. इस श्लोक में आचार्य ने पांच चीजें लंबे नाखून वाले जानवर, सींग वाले पशु, नदी, शस्त्र लिए हुए व्यक्ति, परायी महिला और राजकुल के पुरुष पर यकीन न करने के लिए कहा है.

Update: 2022-06-28 06:12 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अपने ग्रंथ आचार्य चाणक्य ने एक श्लोक लिखा है. वो श्लोक है - नखीनां च नदीनां च श्रृंगीणां शस्त्रपाणिणां, विश्वासो नैव कर्तव्यः स्त्रीषु राजकुलेषु च. इस श्लोक में आचार्य ने पांच चीजें लंबे नाखून वाले जानवर, सींग वाले पशु, नदी, शस्त्र लिए हुए व्यक्ति, परायी महिला और राजकुल के पुरुष पर यकीन न करने के लिए कहा है. यहां जानिए इसकी वजह.

आचार्य चाणक्य का कहना है कि जिन नदियों के पुल कच्चे हैं, जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है, उस नदी पर कभी भी भरोसा न करें. नदी का बहाव कब तेज हो जाए और व्यक्ति के जीवन पर संकट खड़ा हो जाए, इसके बारे में कोई नहीं जानता.
जिन लोगों के पास शस्त्र होख्श उन पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए. ऐसे लोग कब क्रोधित हो जाएं और आपके विरोध में खड़े हो जाएं, आप नहीं जानते. इस परिस्थिति में आपको अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है.
इसी तरह बड़े नाखून वाले और बड़े सींग वाले जानवरों से भी बचकर रहना चाहिए. इन पर कभी भरोसा न करें. ये कब किस बात पर भड़क जाएं, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. ऐसे में ये आपको गहरी चोट पहुंचा सकते हैं या जान भी ले सकते हैं.
चंचल स्वभाव की स्त्रियों पर यकीन करना भी मूर्खता है. इनका मन समय समय पर बदलता है और मन बदलने के साथ इनके विचार बदल जाते हैं. ऐसे में ये किसी परिस्थिति को बड़ी ही आसानी से आपके विपरीत लाकर खड़ा कर सकती हैं और आपके लिए मुश्किल बढ़ा सकती हैं.
राजकुल के लोग सत्ता के लिए किसी का भी उपयोग कर सकते हैं और किसी को भी बलि चढ़ा सकते हैं. इन पर यकीन करना अपने लिए मुसीबत को निमंत्रण देने जैसा है. इनसे दूर रहने में ही आपकी भलाई होती है.

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