Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य के अनुसार ऐसे गुण वाले व्यक्ति की दुश्मन भी करते हैं तारीफ

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य के ग्रंथ नीति शास्त्र में मनुष्य के जीवन से संबंधित कई ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है, जो आज के समय में भी प्रासंगिक हैं.

Update: 2022-02-07 02:46 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जब व्यक्ति अपने कठिन परिश्रम से निरतंर कार्य करते हुए लक्ष्य को पाता है तो उसके दुश्मन भी तारीफ करने पर मजबूर हो जाते हैं. व्यक्ति को खुद पर पूरा भरोसा होना चाहिए. आइए आपको उन बातों के बारे में बताते हैं जिन्हें अपनाकर व्यक्ति कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ज्ञान और कुशलता के साथ व्यक्ति को संस्कारवान भी होना चाहिए. संस्कार होने से ज्ञान और कुशलता में चार चांद लग जाते हैं. ऐसे लोग हर जगह सम्मान प्राप्त करते हैं.
ऐसे लोग दूसरों के लिए उदाहरण भी बन जाते हैं. दूसरे लोग इससे प्रेरणा प्राप्त करते हैं. संस्कारवान व्यक्ति राष्ट्र को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति ज्ञान को हासिल करने के लिए आतुर रहता है और ज्ञान को लेकर गंभीर रहता है. ऐसे व्यक्ति पर ज्ञान की देवी सरस्वती की कृपा बनी रहती है. ज्ञान ही हर प्रकार के अंधकार को दूर करने की क्षमता रखता है. ज्ञान बांटने से बढ़ता है. इसलिए ज्ञान कहीं से भी मिले उसे ले लेना चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को अपने ज्ञान के साथ-साथ अपने कौशल में भी वृद्धि करते रहना चाहिए. कुशल व्यक्ति की जरूरत हर किसी को होती है. जिसके पास किसी भी कार्य को करने के लिए विशेष कौशल है उसे उच्च पदों पर आसीन लोगों का संरक्षण प्राप्त होता है. ऐसे लोग विकास में अपना अहम योगदान प्राप्त करते हैं.


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