Chanakya Niti: बड़े से बड़े संकट को भी आसानी से पार कर सकता है ये 4 गुणों वाला व्यक्ति

Chanakya Niti

Update: 2021-07-02 17:03 GMT

हर व्यक्ति के जीवन में तमाम परेशानियां आती हैं, लेकिन कुछ लोग उन परेशानियों से आसानी से उबर जाते हैं, तो कुछ लोग उसमें और फंसते चले जाते हैं. ये सब कुछ व्यक्ति के अंदर के गुणों और क्षमताओं की वजह से होता है. शांत और गुणी व्यक्ति हर चुनौती को आसानी से पार कर जाता है, वहीं जो अपनी आदतों से मजबूर है, उसे कोई चाहकर भी मुश्किलों से नहीं निकाल सकता. आचार्य चाणक्य ने ऐसे चार गुणों के बारे में बताया है, जो यदि व्यक्ति के अंदर विद्यमान हों तो वो बड़ी से बड़ी मुसीबत को आसानी से पार कर सकता है. लेकिन ये गुण जबरन किसी में डाले नहीं जा सकते, स्वयं ही विकसित करने पड़ते हैं.

1. उचित और अनुचित का फर्क व्यक्ति को खुद ही समझना पड़ता है. जिसके अंदर ये समझ विकसित हो जाती है, वो भविष्य की तमाम समस्याओं को आने से पहले ही रोक देता है. लेकिन ये उचित और अनुचित का फर्क करने का गुण या तो जन्मजात होता है या अनुभव से मिलता है. किसी को भी ये सिखाया नहीं जा सकता क्योंकि हर परिस्थिति अपने आप में अलग होती है.

2. धैर्य एक ऐसा गुण है जो व्यक्ति को बुरे से बुरे वक्त से भी निकाल देता है. लेकिन धैर्य रख पाना सबके बस की बात नहीं होती. जो लोग धैर्य की अहमियत जानते हैं, वो जीवन का हर कदम सोच समझकर उठाते हैं. लेकिन धैर्य का ये गुण किसी में डाला नहीं जा सकता. व्यक्ति को स्वयं ही अभ्यास से इसे जीवन में उतारना होता है.

3. हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि अपनी वाणी हमेशा मधुर रखनी चाहिए. मीठी वाणी किसी का भी मन मोह सकती है और बड़े से बड़े संकटों को टाल सकती है. लेकिन जो व्यक्ति हमेशा से कड़वा बोलने का आदी हो, उसे आप मीठा बोलना नहीं सिखा सकते. ये गुण जन्म से ही लोगों में विद्यमान होता है.

4. दान करने के बारे में हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है, लेकिन दान करने का गुण हमेशा हर किसी में नहीं होता. आप लाख किसी को दान का महत्व समझा दें, लेकिन ये गुण हर व्यक्ति में जन्म से होता है. जिनमें ये गुण नहीं है, उन्हें ये सिखाया नहीं जा सकता.
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