साल 2022 तक इस राशि पर है शनि का साया, इन जातकों को झेलनी पड़ेंगी सबसे ज्‍यादा मुसीबतें

शनि की साढ़े साती और ढैय्या सुनकर ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है

Update: 2021-09-25 03:33 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शनि की साढ़े साती (Shani Sade Sati) और ढैय्या (Dhaiya) सुनकर ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है. कर्मों के अनुसार फल देने वाले शनि देवता (Shani Dev) इन महादशाओं में जातकों पर अच्‍छा-बुरा दोनों ही तरह का असर डालते हैं और उसका असर जिंदगी को उलट-पुलट कर देता है. कहते हैं कि शनि की साढ़े साती के पहले चरण (Firts Phase) में शनि जातक की आर्थिक स्थिति पर, दूसरे चरण (Second Phase) में फैमिली लाइफ और तीसरे चरण (Third Phase) में सेहत पर सबसे ज्‍यादा असर डालते हैं. ढाई-ढाई साल के इन 3 चरणों में से दूसरा चरण सबसे भारी पड़ता है.

इस राशि पर है शनि का साया
इस समय शनि मकर राशि (Capricorn) में हैं और इस राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है. 29 अप्रैल 2022 तक मकर राशि पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चलेगा. इस राशि के जातकों के लिए यह समय बहुत ज्‍यादा संभलकर चलने का है. शनि के प्रकोप के कारण धन-संपत्ति, परिवार से जुड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ सकती हैं. कोई व्‍यक्ति धोखा दे सकता है. बहुत मेहनत के बाद नतीजे मिलेंगे. कुल मिलाकर इस दौरान हर फैसला सोच-समझकर ही करना चाहिए.
हालांकि जिन लोगों की कुंडली में शनि अच्‍छी स्थिति में हैं और जो गलत, अनैतिक काम नहीं करते हैं, उनके लिए यह समय बहुत शानदार साबित होता है. यानी कि इस दौरान मकर राशि के जातकों को उनकी कुंडली में शनि की स्थिति और अपने कर्मों के आधार पर शनि का असर झेलना होगा.
शनि के प्रकोप से बचने के उपाय
साढ़े साती या ढैय्या के दौरान शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनि देव के साथ-साथ भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा-उपासना करने से बहुत राहत मिलती है. इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ करें. तेल से भरे कटोरे में अपना मुंह देखकर कटोरे सहित तेल को शनि मंदिर में रख आएं. इस तरह अपनी छाया दान करने से बहुत राहत मिलेगी. इसके अलावा शनि से संबंधित अन्‍य चीजों का दान कर सकते हैं. यह उपाय शनिवार के दिन करना फलदायी होता है.


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