24 मार्च तक इन राशि वालों को हो सकता है आर्थिक नुकसान, नौकरी में आएंगी मुश्किलें

बुध ग्रह का 06 मार्च, रविवार को कुंभ राशि में गोचर होगा। 18 दिनों के बाद कुंभ राशि के निकलकर बुध 24 मार्च को मीन राशि में गोचर कर जाएंगे। 14 मार्च तक बुध व सूर्य कुंभ राशि में मिलकर शुभ स्थिति का निर्माण करेंगे।

Update: 2022-03-05 07:09 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बुध ग्रह का 06 मार्च, रविवार को कुंभ राशि में गोचर होगा। 18 दिनों के बाद कुंभ राशि के निकलकर बुध 24 मार्च को मीन राशि में गोचर कर जाएंगे। 14 मार्च तक बुध व सूर्य कुंभ राशि में मिलकर शुभ स्थिति का निर्माण करेंगे। लेकिन 14 से 18 मार्च तक गुरु व बुध के साथ होने से कुछ राशि वालों के जीवन में बड़े बदलाव हो सकते हैं। जानें बुध गोचर के दौरान किन राशियों के लोग रहें सतर्क-

कर्क-
कर्क राशि वालों के लिए बुध तीसरे यानी भाई-बहन, संवाद, मेहनत और 12वें भाव (व्यय, हानि) के स्वामी हैं। गोचर के समय बुध 8वें भाव में प्रवेश करेंगे। जिससे रहस्य और अनिश्चितता का भाव माना जाता है। कर्क राशि वाले बुध गोचर के दौरान प्रोफेशनल लाइफ में उतार-चढ़ाव का सामना कर सकते है। हालांकि ग्रहों का योग आपके वैवाहिक जीवन के लिए शुभ रहने वाला है।
कन्या- बुध आपकी राशि के पहले व दसवें भाव के स्वामी माने गए हैं। बुध का गोचर आपकी राशि के छठवें भाव में होगा। यह भाव शत्रु, विवाद और लोन आदि से संबंधित है। गोचर काल के दौरान आपको आर्थिक मामलों में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सहकर्मियों के साथ विवाद की आशंका है। धन हानि का सामना करना पड़ सकता है।
धनु- धनु राशि के लिए बुध सातवें यानी विवाह, साझेदारी भाव और दसवें यानी कर्म भाव के स्वामी माने गए हैं। बुध का गोचर आपके तीसरे भाव में होगा। जो साहस, बहादुरी और संवाद को दर्शाता है। गोचर काल में आपको पेशेवर जीवन में कुछ नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। लेकिन इस दौरान पैसों के लेन-देन से बचें। पार्टनर का खास ख्याल रखें।
कुंभ- कुंभ राशि वालों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी माने गए हैं। पांचवां भाव संतान और पढ़ाई से संबंधित है और आठवां भाव रहस्य और अनिश्चितता को दर्शाता है। कार्यक्षेत्र में बदलाव से आपको नुकसान हो सकता है। हालांकि इस दौरान आपको नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है। प्रेम संबंधों में सुधार होगा।
मीन- मीन राशि वालों के लिए बुध चौथे यानी माता, सुख और भूमि भाव और सातवें यानी विवाह और साझेदारी भाव के स्वामी माने गए हैं। बुध का गोचर आपके 12 वें भाव में होगा। 12वां भाव यात्रा, व्यय और हानि को दर्शाता है। इस दौरान आपको धन हानि की आशंका है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।


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