गणेश जी के इन प्रभावशाली मंत्रो का जाप करने से आपके कष्ट दूर होंगे और जीवन में उन्नति होगी

गणेश जयंती के दिन विघ्नहर्ता गणेश जी की ​वि​धि विधान से पूजा करते हैं,

Update: 2022-02-02 01:49 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। माघ मास की विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) 04 फरवरी दिन शुक्रवार को है, जिसे गणेश जयंती भी कहते हैं. गणेश जयंती के दिन विघ्नहर्ता गणेश जी (Lord Ganesha) की ​वि​धि विधान से पूजा करते हैं, चतुर्थी व्रत कथा (Chaturthi Vrat Katha) का श्रवण करते हैं और गणेश जी की आरती करते हैं. इस दिन गणेश जी अपने भक्तों को निराश नहीं करते हैं, उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं और संकटों को दूर करते हैं. गणेश जयंती के दिन आप गणपति की पूजा के समय गणेश मंत्रों (Ganesh Mantra) का जाप करके विघ्नहर्ता को प्रसन्न कर सकते हैं. इन मंत्रों के जाप करने से जीवन में सुख एवं सौभाग्य बढ़ता है. हालांकि भगवान तो सच्ची भक्ति के भूखे हैं, सच्चे मन से उनके नाम का स्मरण मात्र भी उनकी कृपा पाने के लिए पर्याप्त है. मत्रों का जाप विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है, यहां पर कुछ गणेश मंत्र दिए जा रहे हैं, जिनके जाप से आपके कष्ट दूर होंगे और जीवन में उन्नति होगी.

गणेश जी के प्रभावशाली मंत्र
ओम गं गणपतये नमः
यह मंत्र गणेश जी के बीज मंत्र गं से बना है. यह मंत्र सभी मनोकामनाओं को पूरा करने में समर्थ माना जाता है. जो भी इस मंत्र का जाप करता है, उसका उद्देश्य पूरा होता है.
ओम हस्ति पिशाचिनी लिखे स्वाहा
इस मंत्र का जाप करने से नकारात्मकता का नाश होता है. गणपति कृपा से आप पर कोई संकट नहीं आएगा. गणेश जी आपकी इच्छा को पूरा करेंगे.
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।
इस मंत्र का जाप करने से कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं. इस सिद्ध मंत्र का जप करने से सफलता प्राप्त होती है.
ओम श्रीं सौम्याय सौभाग्याय गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानाय स्वाहा।
यह लक्ष्मी विनायक मंत्र है. इस मंत्र का जाप करने से धन, सुख, समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है. आपके करियर में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं. नौकरी पाने की दिशा में किए जा रहे प्रयास सफल होते हैं.
'ओम एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।'
यह गणेश जी का गायत्री मंत्र है. इस मंत्र का का जाप शुद्धता के साथ किया जाता है. यह इतना प्रभावशाली मंत्र माना जाता है कि इसके जाप से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है.
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।।
इस मंत्र का जाप कम से कम 21 बार करना चाहिए. इसके जाप से व्यक्ति के बुद्धि, विवेक, तर्कशक्ति आदि में वृद्धि होती है. भगवान श्री गणेश जी की कृपा से शुभता एवं सौभाग्य बढ़ता है.


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