महाशिवरात्रि के दिन खरीदे ये चीज़े

एक मुखी रूद्राक्ष को प्रत्यक्ष भगवान शंकर का स्वरूप माना जाता है

Update: 2023-02-11 14:46 GMT
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का त्यौहार इस वर्ष 18 फरवरी को मनाया जाएगा. इस दिन महादेव की पूजा-अर्चना से जीवन के सारे दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं. एस्ट्रोलॉजर का कहना है कि भगवान शिव को कुछ खास चीजें बहुत अधिक प्रिय होती हैं. यदि ये चीजें महाशिवरात्रि के दिन घर ले आएं तो निश्चित ही हर परेशानी का निवारण हो सकता है.
हर वर्ष फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है. भगवान शिव को डेडिकेटेड ये फेस्टिवल इस वर्ष 18 फरवरी को मनाया जाएगा. इस दिन महादेव की विशेष उपासना और आराधना से जीवन के समस्त दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि भोलेनाथ को कुछ खास चीजें बहुत अधिक प्रिय होती हैं. यदि ये चीजें महाशिवरात्रि के दिन घर ले आएं तो निश्चित ही हर परेशानी का निराकरण हो सकता है. इन्हें घर में रखने से आर्थिक संपन्नता भी आती है.
चांदी के नंदी
पुराणों के मुताबिक, नंदी बैल को भगवान शंकर का वाहन माना जाता है. इन्हें प्रत्येक शिव मंदिरों में स्थापित करना बेहद आवश्यक बताया गया है.
महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ के साथ नंदी बैल की भी पूजा होती है. ज्योतिषी कहते हैं कि यदि किसी मनुष्य के पास धन नहीं टिकता तो उसे महाशिवरात्रि के दिन चांदी के नंदी बनवाकर घर में रख लेने चाहिए. पूजा के बाद इन्हें अपने घर की तिजोरी या धन स्थल पर रख दें. इसी के साथ आपकी आर्थिक स्थिति स्वयं संवरने लगेगी। आप जीवन में कभी भी निरष नहीं होंगे। सफलता आपके कदम चूमेगी।
एक मुखी रूद्राक्ष
एक मुखी रूद्राक्ष को प्रत्यक्ष भगवान शंकर का स्वरूप माना जाता है. सनातन धर्म में इसे शांति और समृद्धि का प्रतीक समझा जाता है. यदि आप इसे घर लाना चाहते हैं तो महाशिवरात्रि से अच्छा दिन कोई नहीं हो सकता।एस्ट्रोलॉजर का कहना है कि एक मुखी रूद्राक्ष को भगवान शिव के मंत्रोच्चार से अभिमंत्रित करने के बाद धारण करने या फिर घर में स्थापित करने से बड़े से बड़ा संकट टल जाता है. इसे तिजोरी में रखने से कभी धन धान्य की कमी नहीं होती है.
रत्नों से बना शिवलिंग
शिवलिंग का जलाभिषेक किए बिना महाशिवरात्रि का पर्व पूरा नहीं होता है. ज्योतिषियों का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति को ग्रहों से जुड़ी परेशानी सता रही है, तो महाशिवरात्रि के दिन रत्नों से निर्मित शिवलिंग को घर ले आना चाहिए. इसे घर के पूजा स्थल में रखें और महाशिवरात्रि के बाद भी इसकी रोजाना पूजा करें. आपकी ग्रहों से संबंधित अनेकों समस्याओं का निराकरण होगा।
पारद शिवलिंग
घर में पारद शिवलिंग को स्थापित करने का भी खास महत्व बताया गया है. पारद शिवलिंग को घर में रखने से पितृ दोष, कालसर्प दोष और वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है. महाशिवरात्रि पर पारद शिवलिंग को घर लाने का सबसे उत्तम दिन माना जाता है. इसे घर में लाने के बाद इसकी डेली पूजा पाठ करें और भगवान शंकर के विभिन्न मंत्रों का जप जरूर करें.
ताम्बे का कलश
पूजा-पाठ में नारियल, आम के पत्ते और लाल धागे की मदद से तैयार होता है कलश 
महाशिवरात्रि के दिन ताम्बे के कलश से शिवलिंग का अभिषेक कर महादेव को खुश किया जा सकता है. ऐसा कहते हैं कि जिन घरों में हमेशा लड़ाई-झगड़े मतभेद होते रहते हैं, वहां सुख-शांति के लिए ताम्बे का कलश रखना उचित माना जाता है. यदि आप महाशिवरात्रि के दिन ताम्बे का कलश खरीदकर घर लाएं तो निश्चित ही आपको शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी.
महामृत्युंजय यंत्र
महामृत्युंजय यंत्र के लाभ व सिद्ध करने की विधि
ऐसी मान्यताएं हैं कि जिस भी घर में महामृत्युंजय यंत्र की रोजाना नियम से पूजा आराधना की जाती है, तो वहां कभी रोग, तंगी या कठिनाइयां दस्तक नहीं देती हैं. आप महाशिवरात्रि पर घर के लिए महामृत्युंजय यंत्र भी खरीद कर ला सकते हैं. इसे स्थापित करने के बाद नियमित सूर्योदय के वक्त पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि सदैव बनी रहेगी.
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