घर में रखे गमले में भी खिल सकता है ब्रह्म कमल, जानें पौधा उगाने का स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस

घर में रखे गमले में भी खिल सकता

Update: 2023-06-21 14:12 GMT
स्थानीय न्यूजपेपर में अधिकतर ब्रह्मकमल से जुड़ी हुई खबरें आ जाती हैं। कहते हैं यह फूल 12 साल में एक बार खिलता है, लेकिन यह एक मिथक है। अगर पौधा हेल्दी है, तो दो-तीन साल में यह हर साल फ्लावरिंग करना शुरू कर देगा। हां, इसकी केयर करना जरूरी है। मेरे अपने घर में 6 ब्रह्मकमल के पेड़ हैं जिनमें हर साल फूल उगते हैं।
इन्हें आप गमले में भी लगा सकती हैं। ब्रह्म कमल का पौधा हिमालय का नेटिव है इसलिए इसे एक निश्चित माहौल की जरूरत होती है। इसका फ्लावरिंग सीजन जुलाई से अगस्त तक होता है और अक्टूबर तक आप इसे खिलते हुए देख सकते हैं।
हां, अगर पौधा बहुत पुराना है और माहौल उपयुक्त है, तो यह आपको मई-जून में भी खिलता हुआ दिख जाएगा। इसे बहुत ही रिलीजियस पौधा माना जाता है और भगवान विष्णु और शिव को चढ़ाया जाता है। इसे घर पर लगाने के लिए आपको इसका माहौल वैसा ही बनाना होगा जैसे में यह उगता है। इसका मतलब है कि आपको गार्डन में इसे ठंडक देनी होगी। इसका सही तरीका जानना भी जरूरी है।
कैसी मिट्टी की जरूरत है?
आप इसे कहीं भी लगाएं मिट्टी ठीक तरह से ड्रेन होने वाली चाहिए। अगर आप गमले में लगा रही हैं, तो पर्याप्त ड्रेनेज होल्स होने चाहिए। पहाड़ों की मिट्टी थोड़ी चिकनी और ड्रेनेज वाली होती है। आपको गमले में भी ऐसी ही मिट्टी चाहिए। इसी के साथ, मिट्टी हमेशा सूखी नहीं होनी चाहिए। नम मिट्टी इसके लिए सबसे उपयुक्त है। इसमें फर्टिलाइजर की मात्रा भी पर्याप्त होनी चाहिए।
कब दें ब्रह्म कमल को पानी
आपको शायद पता ना हो, लेकिन यह पौधा कैक्टस और सक्यूलेंट की प्रजाति का पौधा है। पानी पत्तियों में स्टोर रहता है इसलिए मिट्टी का नम रहना जरूरी है, लेकिन ओवर वॉटरिंग हमेशा इसे खराब कर देगी। इसकी जड़ें भी सड़ने लगेंगी और यह ठीक तरह से बढ़ नहीं पाएगा।
ओवर वॉटरिंग और अंडर वॉटरिंग दोनों से ही बचना है।
कैसे फर्टिलाइजर्स की है जरूरत?
ब्रह्म कमल के लिए नाइट्रोजन से भरपूर फर्टिलाइजर अच्छे हो सकते हैं। हालांकि, नॉर्मल कम्पोस्ट वाली खाद अगर महीने में एक बार डाली जाए, तो भी यह काम की साबित होगी।
रीपॉटिंग की जरूरत
ब्रह्म कमल अगर तेजी से बढ़ता है, तो इसे रीपॉटिंग की जरूरत हो सकती है। रीपॉटिंग से पहले ध्यान रखें कि आप पुरानी मिट्टी निकाल कर नई मिट्टी और खाद गमले में डालें। रीपॉट करने के बाद गमले को पूरा पानी से भर दें और फिर एक दो दिनों तक पानी ना डालें।
धूप की जरूरत
जैसा कि हमने बताया कि ब्रह्म कमल पहाड़ों का पौधा है, उसे बहुत ज्यादा लाइटिंग की जरूरत नहीं है। आप इसे खिड़की के पास रखेंगी तो भी चल जाएगा। गर्मियों में इसे खड़ी धूप में ना रखें वर्ना इसकी पत्तियां झुलस जाएंगी।
कीड़े और बीमारी
वैसे तो ब्रह्म कमल में कीड़े ज्यादा नहीं लगते हैं, लेकिन अगर लग गए हैं, तो आपको थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है। आप दवा छिड़कने के बाद डैमेज पत्तियों को हटा दें। यह पौधा अपने आप बढ़ने लगेगा, लेकिन आपको ध्यान रखना है कि इसमें बहुत ज्यादा दवा का छिड़काव ना करें। ऐसा करने पर पौधा सड़ भी सकता है।
बीच-बीच में ब्रह्मकमल के पौधे की गुड़ाई करते रहें। बारिश के सीजन में अगर मौसम खुला हुआ है, तब तो आप इसे कर ही दें क्योंकि उस सीजन में पानी बहुत ज्यादा पड़ता है और पौधों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं।
कैसे करें कल्टिवेशन
या तो आप नर्सरी से कोई नया पौधा लेकर आएं या फिर आप कहीं से ब्रह्म कमल की पत्ती ले आएं और उसे ही मिट्टी में लगा दें। कुछ ही दिनों में उसकी जड़ें आ जाएंगी। आप पत्ती का एक हिस्सा पानी में डालकर भी जड़ें कल्टिवेट कर सकती हैं। आपको दिक्कत नहीं होगी।
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