भौम प्रदोष व्रत 2022 : फाल्गुन में इस दिन है भौम प्रदोष व्रत, ये है मनोकामना पूरी करने का मंत्र

भगवान शिव के प्रिय प्रदोष हर माह दोनों पक्षों की त्रियोदशी को रखा जाता है

Update: 2022-03-06 15:31 GMT

भगवान शिव के प्रिय प्रदोष हर माह दोनों पक्षों की त्रियोदशी को रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है. फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की त्रियोदशी तिथि 15 मार्च, मंगलवार को पड़ रही है. मंगलवार होने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा. सप्ताह में जिस दिन भी प्रदोष व्रत होता है, उसी दिन के नाम से प्रदोष व्रत को जाना जाता है. मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है.

धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव के साथ हनुमान जी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. कहते हैं कि संतान प्राप्ति के लिए भौम प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा -अर्चना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं. और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
इस दिन भगवान शिव के साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि भौम प्रदोष व्रत के दिन रुद्रावतार हनुमान जी का भगवान शंकर के साथ पूजन करना विशेष फलदायी होगा. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि भौम प्रदोष व्रत के दिन हनुमान जी का पूजन करने से मंगल ग्रह संबंधी दोषों से मुक्ति मिलती है. तो चलिए आपको बताते हैं हनुमान जी के कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में जिन्हें भौम प्रदोष व्रत के दिन जपने से संकट दूर होते हैं और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.


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