इस उपाय से धन वृद्धि के बनेंगे संयोग
भौम प्रदोष के दिन शिवलिंग पर एक विशेष विधि के साथ अभिषेक करने का विशेष महत्व है। इसके लिए आप दूध में गुड़ व शहद मिलाकर शिव का अभिषेक करें। ऐसा करने से धन वृद्धि के संयोग बनते हैं और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और आनंद में वृद्धि होती है। इस खास दिन शिव परिवार की पूजा करने से परिवार के सदस्यों की प्रगति होती है और हर किसी में स्नेह और प्रेमभाव बना रहता है।
इस उपाय से हनुमानजी का मिलेगा आशीर्वाद भौम प्रदोष के दिन आटे और गुड़ के लड्डु बनाकर (इसे रोट लड्डू कहा जाता है) हनुमानजी का भेंट करने का विशेष महत्व है। इससे हनुमानजी की प्रसन्नता प्राप्त होती है और उनका आशीर्वाद मिलता है। साथ ही इस दिन आप गरीब व जरूरतमंद को भोजन भी कराएं। ऐसा करने से आपके अशुभ ग्रहों का प्रभाव खत्म होता है।
इस उपाय से सभी कष्टों से मिलेगी मुक्ति
शास्त्रों में भौम प्रदोष व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन के स्वामी हनुमानजी हैं और वह रूद्र के 11वें अवतार माने जाते हैं। इसलिए भगवान शिव के साथ हनुमानजी की पूजा करना मंगलकारी माना जाता है। इस दिन हनुमानजी को लंगोट भेंट करें और संकटों से मुक्ति के लिए ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से हनुमानजी आपके सभी कष्टों और नकारात्मक शक्तियों को दूर करते हैं। साथ ही उनका आशीर्वाद भी मिलता है।
इस उपाय से मनोकामना होगी पूरी
मंगवार के दिन जो व्रत नहीं रखते हैं, वह सुबह-शाम हनुमानजी की पूजा करें। अगर आपकी कोई मनोकामना पूरी नहीं हो रही है तो भौम प्रदोष के दिन भगवान के सामने अर्जी लगाने के लिए शुभ दिन है। सुबह के वक्त चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर हनुमानजी का लेपन और पूजन करें और शाम के समय सुंदरकांड का पाठ करें और भगवान के समक्ष मिष्ठान अर्पित करें और अपनी मनोकामना भगवान को बताएं। ऐसा करने से आपकी इच्छा जल्द पूरी होगी।
इस उपाय से आय होगी वृद्धि
भौम प्रदोष का दिन भाई-बहन, बंधु-बांधव के लिए भी बेहद खास माना जाता है। इस दिन बड़े भाई की सेवा कर, उनसे आशीर्वाद लें। आप बड़े भाई को कोई उपहार भी दे सकते हैं। साथ ही अपने हाथ से कुछ मीठी वस्तु बनाकर खिलाएं। ऐसा करने से आपका मंगल मजबूत होता है और हनुमानजी का आशीर्वाद भी मिलता है। प्रदोष व्रत के दिन बड़े भाई की सेवा करने से नौकरी व व्यापार में आय वृद्धि के मार्ग प्रशस्त होते हैं।
इस उपाय से मंगल दोष होगा दूर
भौम भूमि के पुत्र हैं, जिनको मंगल कहा जाता है इसलिए इस दिन भूमि नहीं खोदनी चाहिए। सूर्य जब अस्त हो रहे हों तब भगवान शिव और हनुमानजी की पूजा व आरती करें। इसके साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष है, उनको भौम प्रदोष व्रत करना चाहिए। इस व्रत के करने से अशुभ प्रभाव से मुक्ति पा सकते हैं। साथ ही जो व्यक्ति मूंगा धारण करने पर विचार कर रहे हैं तो उनके लिए यह दिन सबसे उत्तम है।