आज से शुरू हो रहा है भादों मास, रखे इन बातो का विशेष ध्यान
हिंदू पंचांग के अनुसार आज से शुरू हो रहा भाद्रपद यानी भादों का महीना. ये महीना सावन के बाद आता है.
हिंदू पंचांग के अनुसार आज से शुरू हो रहा भाद्रपद यानी भादों का महीना. ये महीना सावन के बाद आता है. इसे चतुर्मास का दूसरा महीना भी कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार भाद्रपद का महीना 23 अगस्त से शुरू हो रहा है जो 20 सितंबर तक चलेगा. भादों मास में भगवान कृष्ण और गणेश जी की पूजा होती है. मान्यता है कि इस महीने में भक्ति और उपवास करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. जिस प्रकार शिव भक्तों के लिए सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है. उसी प्रकार ये महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है. आइए जानते हैं इस महीने में पुण्य पाने के लिए क्या करें और क्या नहीं.
क्या करना चाहिए
भादों महीने में शारीरिक शुद्धि के लिए शाकाहारी भोजन करना अच्छा होता है.
इस महीने में भगवान विष्णु का ध्यान करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.
इस महीन में दान पुण्य करने का विशेष महत्व होता है. हमेशा अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को कपड़े और अनाज का दान करना शुभ माना जाता है.
इस महीने में पवित्र नदी में स्नान करना शुभ होता है. ऐसा करने से पापों से मुक्ति मिलती है.
किन कार्यों को नहीं करना चाहिए
शास्त्रों के मुताबिक इस महीने में भगवान को प्रसन्न करने के लिए अरामदायक चीजों को लाभ नहीं लेना चाहिए. इस महीने में पलंग पर सोना और दो टाइम के भोजन से बचना चाहिए.
भादों मास में प्याज , लहसुन खाने से बचना चाहिए. इस महीने में मांस, मछली खाना वर्जित माना गया है.
इस महीने में शहद, दही -भात, मूली और बैंगन को खाना वर्जित माना गया है.
शास्त्रों में माना जाता है कि इस महीने में झूठ नहीं बोलना चाहिए. इसके अलावा किसी को धोखा देने से आप भगवान को नाराज करते हैं.
भाद्रपद का खास महत्व
भाद्रपद चतुर्मास के दूसरे महीने को कहा जाता है. इस महीने में भगवान विष्णु की उपासना करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. भादों में कई उपवास और व्रत पड़ रहे हैं. इस महीने में मख्य रूप से श्री कृष्ण जनमाष्टमी, हरतालिका तीज, गणेशोत्सव, ऋषि पंचमी, अनंत चतुर्दशी समेत कई त्योहार पड़ रहे हैं. भाद्रपद महीने में भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से आपकी सभी परेशानियां दूर हो जाती है. ये महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है.