नई दिल्ली. कई बार ऐसा होता है कि नया काम शुरू करते समय कोई न कोई अड़चन आ जाती है. सब कुछ ठीक होने के बावजूद इतने दिनों से की जा रही मेहनत पर अचानक पानी फिर जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कालसर्प दोष, पितृदोष और ग्रह-नक्षत्रों के बुरे प्रभाव के समेत कई कारण हैं जो आफके काम में बाधा उत्पन्न हो सकती है.
ज्योतिष शास्त्र में इसके लिए कई कारण बताए गए हैं. इसका सबसे बड़ा कारण किसी शुभ कार्य की शुरूआत अशुभ समय में करना हो सकता है. शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ समय, शुभ मुहूर्त का होना बेहद जरूरी है. शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले बुधवार के दिन कुछ उपाय करने से आपको इन बाधाओं से छुटकारा मिल सकता है.
एक साबूत तेजपत्ता लेकर हरे रंग की स्याही अथवा रंग से उसपर कार्य का नाम लिख दीजिए. उत्तर दिशा में बैठकर एक कांसे के कटोरे में पानी और एक घी का दीपक जला लीजिए. अब जलते हुए दीपक की लौ से उस तेजपत्ते को जला दीजिए और उसके रख को पानी में मिला लीजिए. उस पानी को किसी फूल लगे हुए पौधे में डाल दीजिए. आपके शुभ कार्य में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी.
इसके अलावा आप शनिवार के दिन शनिदेव और संकट मोचन बजरंगबली की पूजा करें. इसके साथ पीपल के नीचे बैठकर शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से बी बिगड़े काम बनने लगते हैं. इन उपायों को करने से तमाम परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में सुख समृद्धि आती है.