कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान-दान और दीपदान से पहले जान लें चंद्र ग्रहण का सूतक काल
पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण होने के कारण पूर्णिमा से जुड़े कार्य एक दिन पहले या ग्रहण के बाद शाम को किए जा सकते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान और दान का बहुत महत्व है। इसके अलावा इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए दीपदान भी किए जाते हैं। इस बार दो दिन दीपदान हो सकते हैं। पंड़ितों के अनुसार 6 नवंबर की शाम को चतुर्दशी होने के कारण 6 नवंबर से 7 नवंबर तक दीपदान किया जा सकता है।। जबकि पूर्णिमा वाले दिन ग्रहण होने के कारण गंगा स्नान पड़वा में सुबह भी किया जा सकता है।