Shani Dev: इस वजह से मिला था भगवान शनि को अपनी पत्नी से श्राप

Update: 2024-06-29 08:32 GMT

Shani Dev: हिंदू धर्म में शनिदेव की पूजा बहुत फलदायी मानी जाती है। शनिदेव को न्याय का देवता भी कहा जाता है।

मान्यता है कि शनिवार के दिन उनकी पूजा सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।
कहा जाता है कि शनिदेव कर्म के आधार पर फल देते हैं। इसलिए सभी को बुरे कर्म करने से बचना चाहिए। आपने अक्सर सुना होगा कि अगर छाया पुत्र की नजर किसी पर पड़ जाए, तो शनिदेव को अपनी पत्नी से श्राप मिल गया था।
 शनिदेव का विवाह महाराज 
Marriage of Shanidev Maharaj 
चित्ररथ की पुत्री से हुआ था।
वह हमेशा पूजा-पाठ और भक्ति में लीन रहती थी। एक बार वह संतान प्राप्ति की इच्छा लेकर शनिदेव के पास पहुंची,
लेकिन उस दौरान छाया नंदन भगवान कृष्ण की पूजा में पूरी तरह लीन थे। उन्होंने रविपुत्र को तपस्या से जगाने की कई बार कोशिश की,
लेकिन उनकी एकाग्रता भंग नहीं कर पाईं। श्राप व्यर्थ नहीं गया। देवी ने अपने बार-बार के प्रयासों में असफल होकर क्रोध में शनिदेव को श्राप दे दिया और कहा कि 'आज के बाद जिस व्यक्ति पर तुम्हारी नजर पड़ेगी, वह नष्ट हो जाएगा। साथ ही उसे लाखों कष्टों का सामना करना पड़ेगा।
हालांकि शनिदेव ने इसके लिए क्षमा मांगी, फिर भी श्राप बेअसर नहीं हुआ।
इसके बाद शनिदेव अपना सिर नीचे करके चलने लगे, ताकि उनकी दृष्टि किसी भक्त पर न पड़े और उसका जीवन सही राह पर चलता रहे।
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