ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा तिथि को खास माना जाता है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है अभी चैत्र मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप का विधान होता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या तिथि पूर्वजों को समर्पित होती है ऐसे में इस दिन पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करना लाभकारी होता है।
पंचांग के अनुसार सोमवती अमावस्या चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन पड़ रही है इस साल यह तिथि 8 मार्च को है इस दिन सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी। माना जाता है कि अमावस्या तिथि पर अगर कुछ खास उपायों को किया जाए तो पितृदोष दूर हो जाता है और पूर्वज प्रसन्न होकर सुख समृद्धि व सफलता का आशीर्वाद प्रदान करते हैं तो आज हम आपको उन्हीं उपायों के बारे में बता रहे हैं।
पितृदोष निवारण उपाय—
ज्योतिष अनुसार कभी भी किसी पशु पक्षी को परेशान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से राहु का प्रकोप बढ़ जाता है। वही सोमवती अमावस्या के दिन कौआ, कुत्ता, गाय और भैंस का अपमान भूलकर भी नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें भोजन और पानी पिलाना चाहिए ऐसा करना अच्छा होता है। इसके अलावा अमावस्या के दिन काले तिल का दान गरीबों और जरूरतमंदो को करें ऐसा करने से पितृदोष से राहत मिलती है।
पितृदोष से छुटकारा पाने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा करें माना जाता है कि ऐसा करने से लाभ मिलता है। वही अमावस्या के दिन चावल और दूध का दान जरूर करें। इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है और पितृ देव भी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।