चातुर्मास में इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज
चातुर्मास (Chaturmas) का प्रारंभ आषाढ़ शुक्ल की एकादशी से होता है. जिसे हम देवशयनी एकादशी भी कहते हैं.
चातुर्मास (Chaturmas) का प्रारंभ आषाढ़ शुक्ल की एकादशी से होता है. जिसे हम देवशयनी एकादशी भी कहते हैं. हिंदू धर्म में चातुर्मास के इन 4 महीनों का विशेष महत्व है, यह 4 महीने सावन, भादों, अश्विन और कार्तिक हैं. ऐसा माना जाता है कि इन चार महीनों तक भगवान विष्णु पाताल लोक में विश्राम करने जाते हैं और इस दौरान सृष्टि का संचालन भगवान भोलेनाथ संभालते हैं. हिंदू धर्म ग्रंथों में इन 4 महीनों से संबंधित बहुत सारे नियमों के बारे में बताया गया है. इस दौरान लोगों को खानपान से संबंधित विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि यह 4 महीने आत्म संयम रखने और त्योहारों का आनंद लेने के लिए बनाए गए हैं. आइए भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से जानते हैं चतुर्मास से जुड़ी कुछ खास बातें.